डबवाली-उपमंडल के गांव जंडवाला बिश्नोईयां में आंगनवाड़ी भी है और स्कूल के साथ-साथ औषधालय भी है लेकिन अगर किसी सुविधा की शिद्दत से जरूरत महसूस की जा रही है तो गांव में लड़कियों को दक्ष बनाने के लिए सिलाई कढ़ाई सेंटर की। दस हजार की आबादी वाले इस गांव में 20 वर्षों से सिलाई कढ़ाई सेंटर नहीं खोला गया है। गांव में सिलाई कढ़ाई सिखाने के लिए प्रशिक्षिकाऐं भी मौजूद है तो सेंटर चलाने के लिए कमरा भी पंचायत के पास है।
गांव की संतोष देवी, पूनम देवी और कांता देवी कहती है कि लड़कियों को स्वाबलंबी बनने के लिए कटाई सिलाई आनी आवश्यक है ताकि घरेलू काम काज के अलावा जरूरत पढऩे पर उसे अपने रोजगार के तौर पर भी अपना सके। लेकिन पिछले 20 वर्षों से गांव में लड़कियों को इसका प्रशिक्षण देने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस समय गांव में सिलाई कटाई का प्रशिक्षण लेने की इच्छा रखने वाली लड़कियों की संख्या सैकड़ों में है। जिसमें दो दर्जन से भी ज्यादा बीपीएल परिवारों से संबंधित है। लेकिन सरकारी स्तर पर उन्हें प्रशिक्षण देने का कोई प्रबंध नहीं है। उन्होंने बताया कि गांव में कलावती देवी सिलाई का और ममता रानी कढ़ाई का प्रशिक्षण देने के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए साजो सामान के साथ सरकारी सहायता की आवश्यकता है।गांव के सरपंच मि_ू सिंह ने बताया कि लड़कियों को पैरों पर खड़ा करने के लिए शिक्षा की आवश्यकता है इसके साथ ही सिलाई कढ़ाई का इसमें अहम योगदान हो सकता है। उन्होंने बताया कि गांव में सेंटर खोलने के लिए जिला उपायुक्त को आग्रह किया जा चुका है लेकिन अभी तक गांव में सिलाई सेंटर खोलने पर कोई योजना की जानकारी उन्हें नहीं दी गई है।
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