IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

Young Flame Headline Animator

शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2009

अब कहां रहा वह उत्साह!.....


अब कहां रहा वह उत्साह! एक समय था जब चुनाव होते ही चारों ओर रौनक छा जाती थी लोकतंत्र का यह महापर्व नेताओं, उनके कार्यकर्ताओं ही नहीं मतदाताओं में भी उत्साह भर देता था। समय के साथ चुनाव का ढंग भी बदला और रंग भी। इसके साथ ही इसकी रौनक भी गायब होती गई और जनसंपर्क व प्रचार के तौर-तरीके भी बदल गए। एक वक्त था जब गली मोहल्ले में नेता के पहंुचने से पहले ढोल-नगाड़ों से उनका स्वागत होता था, लोग उनकी बातें सुनते थे। आज तिकड़मों से भीड़ जुटानी पड़ती है। अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनावों में कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने सोशल नेटवर्किग साइट्स के जरिए मतदाताओं से संपर्क साधा, वहीं विधानसभा चुनाव में भी नेता इस तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं। सीनियर सिटीजन क्लब के प्रधान ओपी मिगलानी कहते हैं कि पहले लोगों में चुनाव के समय शादी सा उत्साह होता था। शहर पार्टी कार्यालयों में मेला सा लगता था और गांवों से लोगों का हुजूम उमड़ता था। संचार के साधनों के अभाव में दूसरे क्षेत्रों में चुनावी माहौल जानने की बड़ी उत्सुकता रहती थी। आजकल पार्टियों के कट्टर समर्थक ही नेताओं को समय देते हैं। आम आदमी में बहुत दिलचस्पी नहीं दिखती। वरिष्ठ साहित्यकार दर्शनलाल आजाद का कहना है कि भले ही चुनाव प्रचार के तौर तरीके बदल गए हों, चाहे चौपाल की चुनावी सभा के विचार-विमर्श की जगह ब्लाग या एसएमएस ने ले ली हो, लेकिन न तो नेताओं का मिजाज बदला है और न ही समाज के प्रति उनकी भावना। चुनाव प्रचार में प्रयुक्त किए जाने वाले विभिन्न संसाधनों पर पानी की तरह पैसा बहाया जाता है और जनता के पैसे का दुरुपयोग होता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

SHARE ME

IMPORTANT -------- ATTENTION ---- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

SITE---TRACKER


web site statistics

ब्लॉग आर्काइव

  © template Web by thepressreporter.com 2009

Back to TOP