
अपनी जान बचाने को खेल गया कई जिंदगियों से ट्रेन हादसे के पीछे राजस्थान का शातिर अपराधी मुन्ना साजिद उर्फ रहीम था। उसी ने मेवाड़ एक्सप्रेस की एस-8 बोगी में पहले पुलिस से हाथापाई की। उसके बाद चेन पुलिंग कर दी। मुन्ना हथकड़ी समेत फरार हो गया है। कोटा पुलिस लाइन के एक कांस्टेबल ने थाना हाइवे में इस बाबत तहरीर दी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के कोटा पुलिस लाइन के सिपाही वीरेंद्र सिंह, बहादुर सिंह व अशोक कुमार कोटा जेल में बंद शातिर कैदी मुन्ना साजिद उर्फ रहीम पुत्र भूरा पहलवान निवासी अलहदादा की मजार रामपुर को मेवाड़ एक्सप्रेस से दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ले जा रहे थे। सिपाही वीरेंद्र सिंह ने तहरीर में कहा है कि मेवाड़ एक्सप्रेस मथुरा जंक्शन से 4.20 बजे रवाना हुई थी। इसके बाद गोवा संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ने टक्कर मार दी। ट्रेन हादसे में कैदी मुन्ना साजिद उर्फ रहीम हथकड़ी समेत कूदकर भाग गया। टीटीई केसी शर्मा का कहना था कि एस-8 बोगी में कोटा पुलिस के साथ में एक हथकड़ी लगा बदमाश था। जिसे लेकर वह दिल्ली जा रहे थे। भूतेश्र्वर स्टेशन पार होते ही पुलिसकर्मी और कैदी में विवाद हुआ। इसी बीच इस बोगी से चेन पुलिंग कर दी गई। यात्री जितेंद्र का कहना था कि रेल हादसे से सात-आठ मिनट पहले ही एक व्यक्ति हथकड़ी समेत गाड़ी से कूद गया था। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने चेन पुलिंग कर दी थी। ट्रेन पूरी तरह से नहीं रुकी थी, तभी गोवा एक्सप्रेस ने टक्कर मार दी। कोटा पुलिस लाइन्स से विचारधीन कैदी लेकर आए सिपाही वीरेंद्र सिंह, बहादुर सिंह व अशोक कुमार को

कोटा, राजस्थान के एसपी ने निलंबित कर दिया है। तीनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है। कोटा एसपी ने मथुरा एसएसपी बीडी पाल्सन से वार्ता भी की। थाना हाइवे में धारा 224 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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