
आरबीआई के अनुसार एक मिलियन नोट के पीछे 8 नोट नकली हैं। देखने में आंकड़ा बहुत छोटा है लेकिन नकली नोट का खौफ बहुत बड़ा है। आरबीआई की डिप्टी गवर्नर श्यामला गोपीनाथ ने शनिवार को यहां कहा कि प्लास्टिक मनी (एटीएम व स्मार्ट कार्ड) का प्रयोग नकली करंसी का प्रसार रोकेगा। डिप्टी गर्वनर ने कहा कि भारत में नकली करंसी के प्रसार का मुख्य कारण यह है कि लोग भुगतान के लिए आनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं बल्कि मुद्रा के आदान प्रदान पर ही जोर देते हैं। आज बैंक आनलाइन हो रहे हैं, एटीएम मशीनों का नेटवर्क बढ़ रहा है जिससे कैश ट्रांजेक्शन आनलाइन हो रहे हैं। इससे मुद्रा हाथ में नहीं बल्कि सीधे खाते में चली जाती है, जिससे नकली करंसी इसमें मिक्स नहीं हो पाती। नई कार्यप्रणाली से नकली करंसी का प्रसार बंद होगा।श्रीमति गोपीनाथ ने कहा कि बैंकों की सेवाओं को लेकर ग्राहकों को आने वाले परेशानी के हल के लिए शिकायत निवारण सैल बनाने की योजना पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि बैंक अपनी प्लेटीनम जुबली मना रहा है। बैंक ने अपनी डिवीजनों में देश भर के 100 गांव चुने हैं जिनमें हरेक की जनसंख्या 2000 से ऊपर है। इन गांवों में बैंकिंग सेवाएं तो उपलब्ध करवाई ही जाएंगी साथ ही रोजगार व विकास के कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। पंजाब में जल्ला, हरबंसपुर, काहनपुर, कोटला, बालड़ीवाला व मानकपुर (जिला फतेहगढ़ साहिब) गांव शामिल हैं। इन गांवों में आनलाइन बैकिंग, बीमा व वित्त सेवाएं होंगी। बैंक आने वाले दिनों में बिजनेस कारेसपांडेंट भर्ती करेगा जो हर तरह की वित्त व बैंक सेवा लोगों तक पहुंचाएंगे। उनके पास हैंडी कंप्यूटर होगा जो पैसा जमा करने व पेंशन इत्यादि की रकम सीधे घर पहुंचाएंगे। आरबीआई ने बैंकों को प्रति जिला कम से कम एक सिक्का वितरण मशीन स्थापित करने के आदेश दिए हैं।
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