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गुरुवार, 26 नवंबर 2009
भितरघात पर दिग्गज तलब
भितरघात पर दिग्गज तलब विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने के आरोप में कांग्रेस ने 19 नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन दिग्गजों से 15 दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। नोटिस के दायरे में नेताओं में कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल, भिवानी की सांसद श्रुति चौधरी और पूर्व मंत्री किरण चौधरी भी शामिल हैं। पार्टी ने जिन अन्य नेताओं को नोटिस भेजा है उनमें पूर्व संसदीय सचिव कृष्णा पंडित, पूर्व सिंचाई मंत्री जगदीश नेहरा, योजना बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष रणजीत सिंह, पूर्व विधायक मनीराम केहरवाला, मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी डा. केवी सिंह, सिरसा के जिला कांग्रेस प्रधान होशियारी लाल शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के संगठन सचिव नवीन केडिया, समालखा के पूर्व विधायक भरत सिंह छौक्कर और यमुनानगर के जिला ग्रामीण प्रधान जाकिर हुसैन शामिल हैं। गौरतलब है कि सबसे ज्यादा शिकायतें सिरसा जिले से हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि इनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं कि सभी एक दूसरे की शिकायतें कर रहे हैं। शिकायत करने वालों को भी कारण बताओ नोटिस मिले हैं। एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि पार्टी प्रत्याशी का विरोध करने की प्रवृत्ति इसलिए बढ़ रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव में जिन लोगों ने पार्टी प्रत्याशी का विरोध किया उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही नहीं उनमें से कई विधानसभा चुनाव में टिकट पाने में कामयाब भी रहे। दिलचस्प यह भी है पार्टी से बगावत कर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शिवचरण शर्मा प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं, जबकि प्रहलाद सिंह गिल्लांखेड़ा मुख्य संसदीय सचिव हैं। ऐसे में जिन भितरघात पर दिग्गज तलब कांग्रेसियों को नोटिस थमाया गया है, उन पर किसी सख्त कार्रवाई की कोई संभावना नहीं दिखती। वैसे भी जिन लोगों को नोटिस दिया है उनमें कई नाम इतने बड़े हैं कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई इतनी आसान नहीं है।
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