डबवाली-बीते दिवस देर सायं उपमण्डल के गांव डबवाली में दो विशा
लकाय बॉयलरों को लेकर पहुंचे 388 तथा 368 टायरों वाले ट्रालों को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। विगत चार माह से गुजरात से रामां मण्डी रिफाईनरी के लिए चले इन विशालकाय बॉयलरों व ट्रालों को देखने के लिए लोगों में शुरू से ही जिज्ञासा बनी हुई थी। जो बीती सायं जाकर पूरी हुई तथा आज प्रात: तक यह दोनों ट्राले गांव डबवाली में ही खड़े रहे तथा वहां पर लोगों का मेला लगा रहा। आज प्रात: लगभग 11 बजे जब इन्हें स्थानीय गोल चौंक से गुजारा गया तो आस-पास के क्षेत्र के लोग भी इन्हें देखने के लिए अपने बच्चों व परिवार सहित पहुंचे। इससे पूर्व लगभग साढ़े 8 बजे जब इन ट्रालों को गांव डबवाली से रवाना किया गया तो कुछ दूरी पर अलीकां लाईन की हाईटैंशन तारों से गुजारने के लिए ट्रालों के साथ चल रहे तथा बॉयलर के ऊपर खड़े कर्मचारी ने जैसे ही हाई टैंशन तारों को हटाने के लिए हाथ से ऊपर उठाया तो उनमें से चिंगारियां निकलने लगी। क्योंकि अलीकां लाईन को बन्द नहीं किया गया था। कर्मचारी ने तुरन्त अपने हाथ पीछे हटाते हुए तारों को छोड़ दिया। जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। तत्पश्चात विद्युत निगम के जेई गुरबख्श ङ्क्षसह ने दूरभाष पर सूचित कर उक्त हाई टैंशन लाईन को बन्द करवाया तथा उसके बाद यहां से इन ट्रालों को गुजारा गया। उल्लेखनीय है कि इन ट्रालों के आगे-पीछे गाडिय़ों, के्रनों तथा अन्य ताम-झाम को लेकर अनेक गाडिय़ां गतिमान हैं। जिनमें इन्जीनियर तथा सहयोगी कर्मचारी समय-समय पर दिशा-निर्देश देते हुए इन्हें अपने गन्तव्य पर पहुंचाने का प्रयासों में जुटें हुए हैं। वहां पर उपस्थित लोगों ने बताया कि उन्होंने अपनी जिन्दगी में ऐसे विशालकाय बॉयलरों व ट्रालों को पहली बार देखा है।

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