डबवाली-ईश्वरीय ब्रह्म महाविद्यालय माऊंट आबू के हैड को-ऑडीनेटर राजयोगी ब्रह्म कुमार राज नाथ भाई एवं धर्मेश सेवा प्रभात के एडमिनिस्टेटर को-ऑडीनेटर ङ्क्षवग के राजयोगी ब्रह्म कुमार हरीश भाई ने अपने 14 दिनों के प्रवास के दौरान आज स्थानीय महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय के हाल में उपस्थित छात्राओं को भौतिक तथा अध्यात्मिक ज्ञान के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्हें मैडीटेशन के गुर बताए। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि हम सभी को परमपिता परमात्मा ने पहले से ही सब कुछ दे रखा है परन्तु हम उस से अन्जान हैं। उन्होंने कहा कि उस परमपिता परमात्मा से रिश्ता बनाने के लिए केवल 5 मिनट का समय चाहिए और आप केवल अपने आप से 5 प्रश्र पूछिए कि प्रथम-मैं कौन हँ? द्वितीय-मेरा स्वरूप क्या है? तृतीय-मेरा गुण क्या है? चतुर्थ-मेरा कर्म क्या है? तथा अन्तिम व पंचम-मेरा स्वभाव क्या है? उन्होंने कहा कि जब आप इन प्रश्रों का उत्तर जान जाऐंगे तो आप ध्यान केन्द्रित करना स्वयंमेव सीख जाऐंगे। इस अवसर पर गीता पाठशाला कालांवाली की ब्रह्मकुमारी बहनें तथा भाईयों के अलावा राम लाल बागड़ी, केशव शर्मा, प्रकाश चन्द बांसल, महेन्द्र चुघ, बलवन्त तायल, सुदेश कुमार आर्य तथा महाविद्यालय का स्टॉफ उपस्थित था। प्राध्यापिका पूनम वधवा ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व उन्होंने स्थानीय आश्रम के प्रांगण में भी उपस्थिति को सम्बोधित किया।
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शुक्रवार, 10 सितंबर 2010
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