कालांवाली।एक तरफ शिक्षा विभाग शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए अनेक योजनाएं शुरू कर रहा है और निजी कालेजों पर शिकंजा कसने के दावे कर रहा है, परंतु शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते मंडी के एक कालेज में कई कालेजों का संचालन किया जा रहा है और विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार ओढां-कालांवाली रोड पर शहीद भगत सिंह सोमल वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा एक भवन में कई कालेजों का संचालन किया जा रहा है, जबकि नियमानुसार कालेजों के लिए अलग-अलग भवन होने चाहिए। इस समय इस कालेज भवन में बीएड कालेज, नर्सिंग कालेज व पोलिटेक्नीक के अलावा पंजाब टेक्नीकल यूनीवर्सिटी की भी कक्षाएं लगाई जा रही हैं जो कि निमयानुसार अवैध है। इस कालेज को शुरू हुए लगभग तीन वर्ष हो गए हैं तभी से ही एक ही भवन में नर्सिंग कालेज, पोलिटेक्नीक व बीएड कालेज का संचालन किया जा रहा है।
बताया जाता है कि जब उच्च शिक्षा विभाग की टीम द्वारा कालेज का निरीक्षण किया जाता है तो कालेज की प्रबंधक कमेटी द्वारा उसी कालेज का बोर्ड लगा दिया जाता है, जिस कालेज के निरीक्षण के लिए टीम ने आना है। इसे विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत कहे या फिर अनदेखी। एक ही भवन में तीन कालेजों व पीटीयू सेंटर के संचालन संबंधी क्षेत्र के एक बुद्धिजीवी ने उच्च शिक्षा निदेशालय से जनसूचना अधिकार के तहत जानकारी भी मांगी है। बताया जाता है कि इस समय कालेज में चल रहे पीटीयू सेंटर में लगभग २०० विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। पता चला है कि कालेज प्रबंधक कमेटी द्वारा कालेज में कार्यरत स्टाफ सदस्यों को वेतन भी यूजीसी के अनुसार नहीं दिया जाता।
जानकारी के अनुसार ओढां-कालांवाली रोड पर शहीद भगत सिंह सोमल वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा एक भवन में कई कालेजों का संचालन किया जा रहा है, जबकि नियमानुसार कालेजों के लिए अलग-अलग भवन होने चाहिए। इस समय इस कालेज भवन में बीएड कालेज, नर्सिंग कालेज व पोलिटेक्नीक के अलावा पंजाब टेक्नीकल यूनीवर्सिटी की भी कक्षाएं लगाई जा रही हैं जो कि निमयानुसार अवैध है। इस कालेज को शुरू हुए लगभग तीन वर्ष हो गए हैं तभी से ही एक ही भवन में नर्सिंग कालेज, पोलिटेक्नीक व बीएड कालेज का संचालन किया जा रहा है।
बताया जाता है कि जब उच्च शिक्षा विभाग की टीम द्वारा कालेज का निरीक्षण किया जाता है तो कालेज की प्रबंधक कमेटी द्वारा उसी कालेज का बोर्ड लगा दिया जाता है, जिस कालेज के निरीक्षण के लिए टीम ने आना है। इसे विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत कहे या फिर अनदेखी। एक ही भवन में तीन कालेजों व पीटीयू सेंटर के संचालन संबंधी क्षेत्र के एक बुद्धिजीवी ने उच्च शिक्षा निदेशालय से जनसूचना अधिकार के तहत जानकारी भी मांगी है। बताया जाता है कि इस समय कालेज में चल रहे पीटीयू सेंटर में लगभग २०० विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। पता चला है कि कालेज प्रबंधक कमेटी द्वारा कालेज में कार्यरत स्टाफ सदस्यों को वेतन भी यूजीसी के अनुसार नहीं दिया जाता।
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