
: असेंबली चुनाव दिन बीतने के साथ ही तेज होता जा रहा है। चुनाव आयोग ने नामांकन की स्क्रूटनिंग का काम निपटा लिया है। अब उन्हें इंतजार है 29 सितंबर को तीन बजने का। उसी दिन सारी लिस्ट फाइनल करके प्रत्याशियों को सिंबल अलाट किया जाएगा। जाहिर है कि चुनाव निशान मिलने के बाद ही प्रत्याशी सही तरीके से अपना चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। सूत्रों का कहना है कि 432 नामांकन रद होने के बाद चुनाव मैदान में 1433 प्रत्याशी ही रह गए हैं। सहायक चुनाव अधिकारी हरि सिंह जग्गा का कहना है कि जांच-पड़ताल के दौरान वही नामांकन रद किए गए हैं जिन्होंने नियमों के तहत कोई जरूरी जानकारी नामांकन के समय छिपाई या फिर उनसे कहीं कोई गलती रह गई। उनका कहना है कि जो नामांकन पूरे नहीं पाए गए उन्हें तत्काल प्रभाव से रद कर दिया गया है। जग्गा कहते हैं कि 29 सितंबर को तीन बजे तक नाम वापस लेने की अंतिम तिथि तय की गई है। उसके बाद ही पता चलेगा कि कितने प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। जग्गा ने बताया कि नाम वापसी की सीमा निकलने के बाद बैलेट पेपर तैयार कराया जाएगा। 29 को ही उम्मीदवारों को सिंबल अलाट कर दिए जाएंगे। जग्गा का कहना है कि कितने मतदाता हैं, इसका पता भी नाम वापसी के बाद ही मिल पाएगा। उधर, नाम वापसी के बाद राजनीतिक गतिविधि तेज होनी स्वाभाविक है। सूत्रों का कहना है कि बागियों को बिठाने के प्रयास में सबसे ज्यादा मेहनत कांग्रेस को करनी पड़ रही है। प्रत्याशी की घोषणा में सबसे ज्यादा देर कांग्रेस ने ही लगाई। उनकी कोशिश थी कि असंतुष्ट मैदान में न उतर सकें लेकिन जो टिकट न मिल पाने से नाराज थे, वह मैदान में आ ही गए।
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