मुंबई। मुंबई पर पिछले वर्ष 26/11 को हुए आंकी हमले में गिरफ्तार एकमात्र पाकिस्तानी आतंकी अजमल आमिर कसाब आज मुंबई की एक विशेष अदालत के सामने
अपने बयान से मुकर गया।
कसाब ने विशेष अदालत के सामने कहा कि वह मुंबई हमले में शामिल नहीं था। कसाब ने अदालत से कहा कि उसने अपनी जिंदगी में पहले कभी एके 47 रायफल नहीं देखी, पहली बार उसने यह रायफल मुंबई पुलिस के पास ही देखी। उसने कहा, मैं 26/11 के हमलों में शामिल नहीं था, मुझे प्रताडित करने के बाद मुझसे इकबालिया बयान दर्ज करवाया गया था।
इससे पहले 16 दिसंबर को इस मुकदमे का पहला चरण संपन्न हो गया था। गत अप्रैल में शुरू हुए इस मुकदमे में अभियोजन पक्ष 600 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज करा चुका था।
कसाब को आज अदालत के सामने अपना बयान दर्ज कराना था, लेकिन आज जब विशेष अदालत के सामने उसका आधिकारिक बयान दर्ज किया जा रहा था तो वह यह बोलकर अपने पिछले तीन इकबालिया बयानों से मुकर गया कि वह मुंबई पर हुए आतंकी हमलों में शामिल नहीं था। बयान दर्ज करने से पहले जब कसाब से पूछा गया कि उसका नाम क्या है, उसने कहा, मुझे याद नहीं।
जब उससे उसका पता पूछा गया तो उसने कहा, कौन सा पता पाकिस्तान का या भारत का। उल्लेखनीय है कि गत 20 जुलाई को पाकिस्तानी आतंकी मोहम्म्द अजमल अमिर कसाब ने अदालत में अपना जुर्म कबूल कर लिया था। कसाब ने सरकार की ओर से नियुक्त किए गए अपने पूर्व वकील एस जी अब्बास काजमी के साथ चर्चा के बाद यह कदम उठाया था। उसने अपने उस कबूलनामे में पूरे विस्तार से जानकार दी थी कि कैसे पाकिस्तान में मुंबई हमले का षडयंत्र रचा गया था, कैसे वह और उसके साथी मुंबई पहुंचे थे और कैसे उन्होंने हत्याएं की थीं।
यह स्वीकार करते हुए कसाब ने न्यायाधीश से कहा था कि उस पर कोई दबाव नहीं है और वह स्वेच्छा से अपन गुनाह कबूल कर रहा है। तब कसाब ने यह भी कहा था कि वह वाहता है कि उसके गुनाहों की सजा उसे इसी दुनिया में मिले। खुदा से नहीं।

कसाब ने विशेष अदालत के सामने कहा कि वह मुंबई हमले में शामिल नहीं था। कसाब ने अदालत से कहा कि उसने अपनी जिंदगी में पहले कभी एके 47 रायफल नहीं देखी, पहली बार उसने यह रायफल मुंबई पुलिस के पास ही देखी। उसने कहा, मैं 26/11 के हमलों में शामिल नहीं था, मुझे प्रताडित करने के बाद मुझसे इकबालिया बयान दर्ज करवाया गया था।
इससे पहले 16 दिसंबर को इस मुकदमे का पहला चरण संपन्न हो गया था। गत अप्रैल में शुरू हुए इस मुकदमे में अभियोजन पक्ष 600 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज करा चुका था।
कसाब को आज अदालत के सामने अपना बयान दर्ज कराना था, लेकिन आज जब विशेष अदालत के सामने उसका आधिकारिक बयान दर्ज किया जा रहा था तो वह यह बोलकर अपने पिछले तीन इकबालिया बयानों से मुकर गया कि वह मुंबई पर हुए आतंकी हमलों में शामिल नहीं था। बयान दर्ज करने से पहले जब कसाब से पूछा गया कि उसका नाम क्या है, उसने कहा, मुझे याद नहीं।
जब उससे उसका पता पूछा गया तो उसने कहा, कौन सा पता पाकिस्तान का या भारत का। उल्लेखनीय है कि गत 20 जुलाई को पाकिस्तानी आतंकी मोहम्म्द अजमल अमिर कसाब ने अदालत में अपना जुर्म कबूल कर लिया था। कसाब ने सरकार की ओर से नियुक्त किए गए अपने पूर्व वकील एस जी अब्बास काजमी के साथ चर्चा के बाद यह कदम उठाया था। उसने अपने उस कबूलनामे में पूरे विस्तार से जानकार दी थी कि कैसे पाकिस्तान में मुंबई हमले का षडयंत्र रचा गया था, कैसे वह और उसके साथी मुंबई पहुंचे थे और कैसे उन्होंने हत्याएं की थीं।
यह स्वीकार करते हुए कसाब ने न्यायाधीश से कहा था कि उस पर कोई दबाव नहीं है और वह स्वेच्छा से अपन गुनाह कबूल कर रहा है। तब कसाब ने यह भी कहा था कि वह वाहता है कि उसके गुनाहों की सजा उसे इसी दुनिया में मिले। खुदा से नहीं।
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