लगातार बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया है.
इसकी वजह से दोनों ही सदनों की कार्यवाही में बाधा पहुँची है और कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
संसद में महंगाई के मुद्दे पर हंगामे की वजह से प्रश्नकाल में सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित हुई और आख़िर में पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.
इसी तरह से राज्यसभा में प्रश्नकाल में कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी लेकिन 12 बजे के बाद वहाँ हंगामा नहीं हुआ और सदन की कार्यवाही सामान्य रुप से चलने लगी.
विपक्षी सदस्यों का आरोप था कि जब से यूपीए सरकार सत्ता में आई है आवश्यक वस्तुओं के मूल्य में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है.
नारेबाज़ी
लोकसभा में विपक्षी सदस्य चाहते थे कि प्रश्नकाल स्थगित करके महंगाई पर चर्चा की जाए लेकिन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को सूचित किया कि चूंकि इस मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी है इसलिए उन्होंने इस संबंध में दिए गए नोटिस को ख़ारिज कर दिया है.
इसके बाद विपक्षी सदस्य अध्यक्ष की कुर्सी के नज़दीक पहुँच गए और नारेबाज़ी करने लगे.
भारतीय जनता पार्टी, वामपंथी दलों, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और शिवसेना के सदस्यों ने एकसाथ नारे लगाए.
एनडीए के सदस्य नारे लगा रहे थे, "महंगाई को रोक दो, वरना गद्दी छोड़ दो." जबकि समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने नारे लगाए, "लूली लंगड़ी ये सरकार, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी."
नारेबाज़ी और हंगामे के बीच पहले सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित की गई फिर जब सदन की कार्यवाही 11.30 बजे शुरु हुई तो उसी तरह हंगामा होता रहा और फिर से एक बार कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी.
दोपहर 12 बजे जब शून्यकाल के लिए सदन की कार्यवाही से शुरु हुई तो हंगामा फिर शुरु हो गया और इसी हंगामे के बीच कुछ विधायी कार्य संपन्न हुए. फिर सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
इसी तरह राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरु होने के पहले ही विपक्षी सदस्यों ने महंगाई के मुद्दे पर हंगामा शुरु कर दिया था.
कुछ देर के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी.
लेकिन बाद में राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रुप से चलती रही.
इसकी वजह से दोनों ही सदनों की कार्यवाही में बाधा पहुँची है और कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
संसद में महंगाई के मुद्दे पर हंगामे की वजह से प्रश्नकाल में सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित हुई और आख़िर में पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.
इसी तरह से राज्यसभा में प्रश्नकाल में कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी लेकिन 12 बजे के बाद वहाँ हंगामा नहीं हुआ और सदन की कार्यवाही सामान्य रुप से चलने लगी.
विपक्षी सदस्यों का आरोप था कि जब से यूपीए सरकार सत्ता में आई है आवश्यक वस्तुओं के मूल्य में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है.
नारेबाज़ी
लोकसभा में विपक्षी सदस्य चाहते थे कि प्रश्नकाल स्थगित करके महंगाई पर चर्चा की जाए लेकिन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को सूचित किया कि चूंकि इस मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी है इसलिए उन्होंने इस संबंध में दिए गए नोटिस को ख़ारिज कर दिया है.
इसके बाद विपक्षी सदस्य अध्यक्ष की कुर्सी के नज़दीक पहुँच गए और नारेबाज़ी करने लगे.
भारतीय जनता पार्टी, वामपंथी दलों, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और शिवसेना के सदस्यों ने एकसाथ नारे लगाए.
एनडीए के सदस्य नारे लगा रहे थे, "महंगाई को रोक दो, वरना गद्दी छोड़ दो." जबकि समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने नारे लगाए, "लूली लंगड़ी ये सरकार, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी."
नारेबाज़ी और हंगामे के बीच पहले सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित की गई फिर जब सदन की कार्यवाही 11.30 बजे शुरु हुई तो उसी तरह हंगामा होता रहा और फिर से एक बार कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी.
दोपहर 12 बजे जब शून्यकाल के लिए सदन की कार्यवाही से शुरु हुई तो हंगामा फिर शुरु हो गया और इसी हंगामे के बीच कुछ विधायी कार्य संपन्न हुए. फिर सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
इसी तरह राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरु होने के पहले ही विपक्षी सदस्यों ने महंगाई के मुद्दे पर हंगामा शुरु कर दिया था.
कुछ देर के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी.
लेकिन बाद में राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रुप से चलती रही.
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