डबवाली,(सुखपाल)-हुड्डा सरकार रोजगार देने के नाम पर पिछ
जनसभा को संबोधित करते हुए अजय चौटाला ने कहा कि हुड्डा सरकार ने वर्ष 2005 में सत्ता संभालते हुी शिक्षकों के हजारों पदों के लिए पंजाब विश्वविद्यालय के माध्यम से आवेदन मांगे थे यह प्रक्रिया पूरी किए बिना ही परन्तु ठीक एक वर्ष बाद हरियाणा स्टाफ स्लेक् शन कमीशन के माध्यम से दोबारा आवेदन मांगे। इसके अलावा पिछले कार्यकाल में कमीशन ने रोडवेज में चालकों, परिचालकों, एएलएम, ग्राम सचिव के लिए भी आवेदन मांगे। इन पदों के लिए साक्षात्कार भी लिए गए। विधायक अजय सिंह ने कहा कि हुड्डा सरकार ने पिछले कार्यकाल में उपचुनावों, लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनावों में आदर्श चुनाव संहिता के नाम पर इनके परिणामों को लटकाए रखा। इतना ही नहीं सरकार ने बेरोजगारों के वोट बटोरने के लिए विधानसभा चुनावों से पूर्व दस हजार के करीब शिक्षकों व चालक-परिचालकों के लिए आवेदन पत्र मांगे। अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधायकों की खरीद-फरोख्त करके दूसरा कार्यकाल भी संभाल लिया परन्तु पीटीआई,डीपीई, एसएस मास्टर सहित अन्य शिक्षकों के व एलएलएम, ग्राम सचिवों, चालकों-परिचालकों के पदों पर भर्ती के लिए परिणामों को लटकाए हुए है वहीं अन्य आवेदनों पर कोई कारवाई शुरू नहीं की है। उन्होंने कहा कि सीएम हुड्डा द्वारा रोजगार देने के दावों की भी मीडिया ने पोल खोल दी है और अब भी सरकार आनाकानी करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार एक बार फिर सरकार प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवकों को ऐलनाबाद उपचुनाव का बहाना बना कर उनका राजनैतिक व आर्थिक शोषण करने जा रही है। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि शिक्षकों की कमी के चलते जहां स्कूलों में शिक्षा का बंटाधार हो गया है वहीं कोचों व गलत खेल नीति व शारीरिक शिक्षकों की कमी के चलते खिलाडिय़ों का भविष्य बर्बाद करने पर तुली हुई है। बसों के चालकों परिचालकों के अभाव में परिवहन व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है।
अजय सिंह चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोजगार देने
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