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शनिवार, 2 जनवरी 2010

बढ़ेगा आयुर्वेदिक दवाओं पर भरोसा

नई दिल्ली, अगर आप आयुर्वेदिक दवाएं लेते हैं तो यह साल आपके लिए काफी राहत भरा हो सकता है। एक तो अप्रैल से आप आयुर्वेदिक दवाएं भी एक्सपायरी डेट देख कर खरीद सकेंगे और दूसरे, इसकी गुणवत्ता को ले कर सरकारी गारंटी भी मिलने लगेगी। स्वाइन (एच1एन1) फ्लू के टीके को ले कर भी यह साल हिंदुस्तान के लिए राहत भरा हो सकता है। चार महीने के अंदर न सिर्फ अपना टीका तैयार हो जाएगा, बल्कि बेहद सस्ता होने की वजह से दुनिया के दूसरे देशों में इसके लोकप्रिय होने की भी पूरी संभावना है। इस साल हम पहले की तरह स्वाइन फ्लू वायरस के सामने मजबूर नजर नहीं आएंगे। स्वास्थ्य शोध सचिव वी.एम. कटोच कहते हैं कि अप्रैल तक भारतीय कंपनियों के बनाए टीके बाजार में आ जाएंगे और इनसे पहले फरवरी में सीमित संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए विदेशी कंपनियों के टीके उपलब्ध हो जाएंगे। इसी तरह तीन-चार महीने के अंदर भारतीय कंपनियों की ओर से विकसित की जा रही स्वाइन फ्लू टेस्ट किट के उपलब्ध हो जाने के बाद स्वाइन फ्लू की जांच की लागत भी आधी से कम हो जाएगी। आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के मामले में इस साल नजारा काफी बदलेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव (आयुष) एस. जलजा कहती हैं कि अप्रैल महीने से पहली बार लोग आयुर्वेदिक दवा भी एक्सपायरी डेट देख कर खरीद सकेंगे। आयुर्वेदिक दवाओं पर भरोसा इसी तरह इन दवाओं की गुणवत्ता की गारंटी देने वाला आयुष का सरकारी ठप्पा भी इस साल उपलब्ध हो जाएगा। फिर आप आयुर्वेद की ही नहीं, होम्योपैथ और यूनानी पद्धतियों की दवा भी आयुष के क्वालिटी मार्क को देख कर खरीद सकेंगे। सरकार ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को ले कर जागरूकता फैलाने की जो मुहिम चलाई है, उसे देखते हुए उम्मीद है कि जल्दी ही लोगों में इन दवाओं की मांग और बढ़ेगी। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत केंद्र सरकार की ओर से की जा रही आर्थिक मदद को देखते हुए ग्रामीण स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी भारी सुधार की उम्मीद की जा रही है। यानी, गांव-देहात के जिन अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में अभी डाक्टर, नर्स, ट्रेंड दाई और जांच उपकरणों की भारी कमी नजर आ रही है, उसमें काफी सुधार की उम्मीद है। साल के पहले महीने में ही केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन में तीन सौ नए ड्रग इंस्पेक्टर और दूसरे अधिकारियों की हो रही भर्ती के बाद उम्मीद की जा सकती है।

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