लंदन।। अपनी भिनभिनाहट से मच्छर भले ही आपकी नींद में खलल डालते हों, लेकिन एक नई स्टडी के मुताबिक अपने इस गायकी के जौहर से वे दरअसल सेक्स करने के लिए एक सही साथी की तलाश कर रहे होते हैं।
बायॉलजी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक मेडवे स्थित ग्रीनवीच यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने पाया कि हवा में अपने पंख फड़फड़ा कर मच्छर यह सुर निकालते हैं। ग्रुप की अगुआई करने वाले गेबरीला गिब्सन ने बताया, 'स्टडी में इस बात का पता चला है कि मच्छर सही प्रजातियों के साथी को आकर्षित करने के लिए ध्वनि पर निर्भर होते हैं।'
ससेक्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स गिब्सन और रसेल ने बताया कि एनोफीलीज गैम्बियेन मच्छरों में बहुत अधिक जेनेटिक विविधता होती है। दो मच्छर यदि एक ही लिंग के होते हैं तो दोनों का सुर नहीं मिल पाता है।
बायॉलजी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक मेडवे स्थित ग्रीनवीच यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने पाया कि हवा में अपने पंख फड़फड़ा कर मच्छर यह सुर निकालते हैं। ग्रुप की अगुआई करने वाले गेबरीला गिब्सन ने बताया, 'स्टडी में इस बात का पता चला है कि मच्छर सही प्रजातियों के साथी को आकर्षित करने के लिए ध्वनि पर निर्भर होते हैं।'
ससेक्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स गिब्सन और रसेल ने बताया कि एनोफीलीज गैम्बियेन मच्छरों में बहुत अधिक जेनेटिक विविधता होती है। दो मच्छर यदि एक ही लिंग के होते हैं तो दोनों का सुर नहीं मिल पाता है।
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