श्रीनगर।। श्रीनगर के लालचौक इलाके में दो आतंकवादियों के मारे जा
ने के साथ ही करीब 22 घंटे तक चली मुठभेड खत्म हो गई है। इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी और एक नगारिक की भी मौत हो गई। वायरलेस मेसेज के आधार पर सुरक्षाबलों ने मारे गए एक आतंकवादी की पहचान पाकिस्तान के कारी और दूसरे आतंकवादी की पहचान सपोर के उस्मान के रूप में हुई। मारे गए दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य बताए जा रहे हैं।
करीब तीन साल बाद बुधवार को श्रीनगर के व्यस्ततम लालचौक में दो आतंकवादी फायरिंग करते हुए न्यू पंजाब होटेल में घुस गए थे। हमले में उसी वक्त एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी और टीवी चैनल के एक कैमरामैन सहित 10 अन्य लोग जख्मी हो गए थे। आतंकी बुधवार 11 बजे से ही न्यू पंजाब होटेल से फायरिंग कर रहे थे। इन्हें भी पढ़ें
आतंकवादी हमले से थर्राया लाल चौक
पुलिस और सीआरपीएफ ने पूरे क्षेत्र को चारों तरफ से घेरकर जवाबी कार्रवाई कर रही थी। बुधवार रात 11 बजे जवाबी कार्रवाई रोकने के बाद आज सुबह 6 बजे फिर से सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू की।
होटेल में आग लगने के बाद सुरक्षा बल के जवान इसमें घुस गए और दोनों आतंकियों को मार गिराया।
अधिकारियों के मुताबिक दुकानें काफी आसपास होने की वजह से होटेल में कोई धमाका करना संभव नहीं था। इसकी वजह से मुठभेड़ इतनी लंबी चली। आतंकी हमले में कल घायल हुए एक नागरिक की आज अस्पताल में मौत हो गई।
इससे पहले 12 अक्टूबर 2007 को डल के पास सुरक्षाबलों के शिविर पर और 4 अक्टूबर 2006 को लाल चौक में आत्मघाती हमला हुआ था।

करीब तीन साल बाद बुधवार को श्रीनगर के व्यस्ततम लालचौक में दो आतंकवादी फायरिंग करते हुए न्यू पंजाब होटेल में घुस गए थे। हमले में उसी वक्त एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी और टीवी चैनल के एक कैमरामैन सहित 10 अन्य लोग जख्मी हो गए थे। आतंकी बुधवार 11 बजे से ही न्यू पंजाब होटेल से फायरिंग कर रहे थे। इन्हें भी पढ़ें
आतंकवादी हमले से थर्राया लाल चौक
पुलिस और सीआरपीएफ ने पूरे क्षेत्र को चारों तरफ से घेरकर जवाबी कार्रवाई कर रही थी। बुधवार रात 11 बजे जवाबी कार्रवाई रोकने के बाद आज सुबह 6 बजे फिर से सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू की।
होटेल में आग लगने के बाद सुरक्षा बल के जवान इसमें घुस गए और दोनों आतंकियों को मार गिराया।
अधिकारियों के मुताबिक दुकानें काफी आसपास होने की वजह से होटेल में कोई धमाका करना संभव नहीं था। इसकी वजह से मुठभेड़ इतनी लंबी चली। आतंकी हमले में कल घायल हुए एक नागरिक की आज अस्पताल में मौत हो गई।
इससे पहले 12 अक्टूबर 2007 को डल के पास सुरक्षाबलों के शिविर पर और 4 अक्टूबर 2006 को लाल चौक में आत्मघाती हमला हुआ था।
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