परिजन गांव में नहीं लेकर गए महिला का शव
डबवाली,22 फरवरी। क्षेत्र के गांव खुइया मलकाना में प्यार में पागल महिला-पुरुष के शवों का आज अंतिम संस्कार हुआ मगर महिला को खुइया मलकाना में जलाने की बजाय डबवाली में ही जलाया गया। सदर डबवाली पुलिस ने प्रेमी महेंद्रपाल व उसकी प्रेमिका संतोष का सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया था। पुलिस ने दोनों के शव को परिजनों को सौंप दिया। आज सुबह महेंद्रपाल के परिजन महेंद्रपाल का शव लेकर गांव खुइया मलकाना पहुंच गए और अंतिम संस्कार कर दिया। उधर महिला संतोष का शव उसके असली पति सुखदयाल को दिया गया मगर सुखदयाल पत्नी का शव खुइया मलकाना में नहीं लेकर गया बल्कि डबवाली शहर में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक संतोष की बेटी ने महेंद्रपाल की पत्नियों पर साजिस का आरोप भी लगाया है मगर पुलिस ने इस मामले में इत्तेफाकिया कार्रवाई के तहत ही मामला दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि खुइया मलकाना निवासी महेंद्रपाल जिसकी पहले से दो पत्नियां थी, का गांव में रहने वाले सुखदयाल की पत्नी संतोष से प्रेम हो गया था। संतोष भी पांच बच्चों की मां थी और करीब डेढ़ माह पूर्व दोनों घर से भागकर सिरसा में रहने लगे थे। गत दिवस गांव में पंचायत बुलाई गई थी जिसमें शामिल होने के लिए महेंद्रपाल व संतोष खुइया मलकाना गए थे जहां दोनों ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली थी।
डबवाली,22 फरवरी। क्षेत्र के गांव खुइया मलकाना में प्यार में पागल महिला-पुरुष के शवों का आज अंतिम संस्कार हुआ मगर महिला को खुइया मलकाना में जलाने की बजाय डबवाली में ही जलाया गया। सदर डबवाली पुलिस ने प्रेमी महेंद्रपाल व उसकी प्रेमिका संतोष का सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया था। पुलिस ने दोनों के शव को परिजनों को सौंप दिया। आज सुबह महेंद्रपाल के परिजन महेंद्रपाल का शव लेकर गांव खुइया मलकाना पहुंच गए और अंतिम संस्कार कर दिया। उधर महिला संतोष का शव उसके असली पति सुखदयाल को दिया गया मगर सुखदयाल पत्नी का शव खुइया मलकाना में नहीं लेकर गया बल्कि डबवाली शहर में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक संतोष की बेटी ने महेंद्रपाल की पत्नियों पर साजिस का आरोप भी लगाया है मगर पुलिस ने इस मामले में इत्तेफाकिया कार्रवाई के तहत ही मामला दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि खुइया मलकाना निवासी महेंद्रपाल जिसकी पहले से दो पत्नियां थी, का गांव में रहने वाले सुखदयाल की पत्नी संतोष से प्रेम हो गया था। संतोष भी पांच बच्चों की मां थी और करीब डेढ़ माह पूर्व दोनों घर से भागकर सिरसा में रहने लगे थे। गत दिवस गांव में पंचायत बुलाई गई थी जिसमें शामिल होने के लिए महेंद्रपाल व संतोष खुइया मलकाना गए थे जहां दोनों ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली थी।
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