डबवाली-उपमंडल के गांव लोहगढ़ में विवाहिता कर्मजीत कौर द्वारा आत्महत्या करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार को विवाहिता के पीहर वालों ने इस मामले में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार न करने पर डबवाली गांव में स्थित सदर पुलिस थाना के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में शामिल मृतका के चाचा मेजर सिंह निवासी घुक्कांवाली ने आरोप लगाया पुलिस इस मामले में कर्मजीत की सास और उसके देवर को कथित तौर निकालना चाहती है और इस कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि डबवाली के उपपुलिस अधीक्षक बाबू राम उन्हें जांच के नाम बार-बार डबवाली तलब कर रहा है। जबकि उनके घर पर मातम का माहौल है और घर पर शोक व्यक्त करने के लिए रिश्तेदारों जानकार लोगों का आना जाना लगा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में इमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वाह नहीं कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस मामले में पुलिस ने अगर किसी भी आरोपी के खिलाफ साफ्ट कार्नर दिखाया तो वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्मजीत कौर की सास हरबंस कौर, पति जगपाल सिंह और देवर बगा सिंह के लालच और उनकी द्वारा की गई प्रताडऩा के कारण ही कर्मजीत कौर अत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि सात माह पूर्व उनके पिता के देहांत के बाद कर्मजीत के ससुरालियों का लालच बढ़ गया था और वे इस बात को सहन नहीं कर पाये कि उसने अपने हिस्से की जमीन अपने भाई जगसीर सिंह के नाम पर कर दी । जिस कारण कर्मजीत पर यातनाओं का पहाड़ टूट पड़ा।
जबकि इस मामले में मुख्य आरोपी जगपाल सिंह के मामा जगदेव सिंह तथा गांव के पूर्व सरपंच नछतर सिंह ने कर्मजीत के परिजनों के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि मलोट में बठिंड़ा रोड़ पर स्थित जगपाल सिंह व बगा सिंह की लाखों की कीमत वाली दो कनाल जमीन उन्होंने कर्मजीत के नाम करवा रखी है। अगर उन्हें किसी प्रकार का लालच होता तो वे ऐसा नहीं करते।
इस मामले की जांच कर रहे डीएसपी बाबू राम ने बताया कि बगा सिंह और हरबंस कौर ने जिला पुलिस कप्तान को एक प्रार्थना पत्र दे कर इस मामले में स्वयं को निर्दोष बताया है और इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस कारण रविवार और सोमवार को दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया था।
प्रदर्शन में शामिल मृतका के चाचा मेजर सिंह निवासी घुक्कांवाली ने आरोप लगाया पुलिस इस मामले में कर्मजीत की सास और उसके देवर को कथित तौर निकालना चाहती है और इस कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि डबवाली के उपपुलिस अधीक्षक बाबू राम उन्हें जांच के नाम बार-बार डबवाली तलब कर रहा है। जबकि उनके घर पर मातम का माहौल है और घर पर शोक व्यक्त करने के लिए रिश्तेदारों जानकार लोगों का आना जाना लगा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में इमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वाह नहीं कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस मामले में पुलिस ने अगर किसी भी आरोपी के खिलाफ साफ्ट कार्नर दिखाया तो वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्मजीत कौर की सास हरबंस कौर, पति जगपाल सिंह और देवर बगा सिंह के लालच और उनकी द्वारा की गई प्रताडऩा के कारण ही कर्मजीत कौर अत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि सात माह पूर्व उनके पिता के देहांत के बाद कर्मजीत के ससुरालियों का लालच बढ़ गया था और वे इस बात को सहन नहीं कर पाये कि उसने अपने हिस्से की जमीन अपने भाई जगसीर सिंह के नाम पर कर दी । जिस कारण कर्मजीत पर यातनाओं का पहाड़ टूट पड़ा।
जबकि इस मामले में मुख्य आरोपी जगपाल सिंह के मामा जगदेव सिंह तथा गांव के पूर्व सरपंच नछतर सिंह ने कर्मजीत के परिजनों के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि मलोट में बठिंड़ा रोड़ पर स्थित जगपाल सिंह व बगा सिंह की लाखों की कीमत वाली दो कनाल जमीन उन्होंने कर्मजीत के नाम करवा रखी है। अगर उन्हें किसी प्रकार का लालच होता तो वे ऐसा नहीं करते।
इस मामले की जांच कर रहे डीएसपी बाबू राम ने बताया कि बगा सिंह और हरबंस कौर ने जिला पुलिस कप्तान को एक प्रार्थना पत्र दे कर इस मामले में स्वयं को निर्दोष बताया है और इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस कारण रविवार और सोमवार को दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया था।
पति गिरफ्तार:-लोहगढ़ गांव में विवाहिता द्वारा आत्महत्या किये जाने के मामले में सदर पुलिस ने मृतका के पति जगपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। चौटाला चौकी के प्रभारी जीत राम ने बताया कि उन्हें आज डबवाली की अदालत में पेश किया गया। जहां पर उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में सिरसा जेल भेज दिया है।
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