डबवाली-गांव अलीकां के राजकीय स्कूल में शनिवार को ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत की अध्यक्षता उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डॉ. अतुल मडिय़ा ने की।
लोक अदालत में 56 मामले रखे गए जिनमें से 54 का निपटान कर दिया गया। इसके अलावा 15 इंतकाल दर्ज किए गए। वरिष्ठ अधिवक्ता गंगा बिश्र गोयल व सुखबीर सिंह बराड़ ने इस मौके पर लोक अदालत का महत्व लोगों को बताया। बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एसके गर्ग ने माता पिता व वरिष्ठ नागरिक भरणपोषण एक्ट 2007 व मनेरगा कानून के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए लोगों को जागरूक किया।
एसडीजेएम डॉ. अतुल मडिय़ा ने इस अवसर पर संबोधन के दौरान लोगों को सामाजिक बुराईयों से दूर रहने की प्रेरणा दी। उन्हेांने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या व दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराईयों को मिलकर दूर किया जाना जरूरी है। दहेज लेने वालों को भिखारी बताते हुए उन्होंने आह्वान किया कि दहेज लेना बंद कर दिया जाए तो दहेज प्रथा अपने आप ही समाप्त हो जाएगी।
इस अवसर पर एडवोकेट सुरेश शर्मा व इंद्रजीत सिंह ने कविताओं के माध्यम से अपनी बात कही। मंच संचालन एडवोकेट युधिष्ठिर कुमार शर्मा ने किया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के प्रधान जितेंद्र दंदीवाल, गुरविंद्र मान, धर्मवीर कुलडिय़ा, ओम प्रकाश गांधी, कुलदीप सिधुु, बलजीत सिंह व कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।
एसडीजेएम डॉ. अतुल मडिय़ा ने इस अवसर पर संबोधन के दौरान लोगों को सामाजिक बुराईयों से दूर रहने की प्रेरणा दी। उन्हेांने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या व दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराईयों को मिलकर दूर किया जाना जरूरी है। दहेज लेने वालों को भिखारी बताते हुए उन्होंने आह्वान किया कि दहेज लेना बंद कर दिया जाए तो दहेज प्रथा अपने आप ही समाप्त हो जाएगी।
इस अवसर पर एडवोकेट सुरेश शर्मा व इंद्रजीत सिंह ने कविताओं के माध्यम से अपनी बात कही। मंच संचालन एडवोकेट युधिष्ठिर कुमार शर्मा ने किया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के प्रधान जितेंद्र दंदीवाल, गुरविंद्र मान, धर्मवीर कुलडिय़ा, ओम प्रकाश गांधी, कुलदीप सिधुु, बलजीत सिंह व कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।
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