बिज्जूवाली, 2 अक्तूबर। गांव बिज्जूवाली के रामलीला ग्राऊंड में श्री सरस्वती रामलीला सोसायटी द्वारा आयोजित रामलीला की गत छठी रात्रि का शुभारंभ राजेश कुमार बेरवाल ने हनुमान जी की प्रतिमा को तिलक लगाकर किया। रामलीला के दृश्यों से पहले हनुमान जी की झांकी करवाई गई। झांकी में ''हनुमान चालिसा का पाठÓ 'बाबा का मंदिर सुहाना लगता हैÓ 'था
री जय हो पवन कुमारÓ 'मैं बारी जाऊं बाला जीÓ 'रौम-रौम में जिसके राम समाया हैÓ 'आना पवन कुमार हमारे हरी किर्तन मेंÓÓ सहित अनेक बाला जी व श्रीराम जी के भजनों का गुणगान राजेन्द्र आर्य, विनोद जांगड़ा, राहुल बसवाला, अनिल कुमार नंदन आदि द्वारा किया गया। हनुमान झांकी के बाद कलाकारों द्वारा रामलीला में सरूपनखा का राक्षसी भेष में आना, बाद में सुंदर स्त्री का भेष बनाकर श्रीराम, सीता व लक्ष्मण के पास पंचवटी में आना, सरूपनखा द्वारा श्रीराम के साथ शादी करने का प्रस्ताव रखना, श्रीराम के मना करने के बाद लक्ष्मण के पास जाना और श्रीराम व लक्ष्मण दोनों के मना करने के पर सीता को तंग करना, उसके बाद लक्ष्मण द्वारा सरूपनखा की नाक काटना, सरूपनखा का अपने भाई खर-दूषण के पास जाना, श्रीराम के हाथों खर व दूषण का मारा जाना, खर-दूषण के मरने के बाद सरूपनखा का रावण के दरबार में जाना, और रावण को अपने साथ बीती घटना के बारे में बताना, अभिमानी रावण द्वारा सीता को हरण करने का प्रण लेने सहित कई दृश्य दिखाए गए। जिसमें राजेन्द्र आर्य ने राम, संजय छापोला ने सीता, बंसी बिरट ने लक्ष्मण, रवि मेहता ने रावण, दलीप कुमार ने सरूपनखा, रवि ढाल ने खर, कालुराम ने दूषण की भूमिका निभाई तथा मंच का संचालन रामकिशन सुथार ने किया। इस मौके पर वॉलेंटियर प्रधान रामप्रताप बिरट, शहीद भगत सिंह युवा कल्ब के प्रधान हेमराज बिरट, देवीलाल, सुरेन्द्र सुथार, जगदीश सहित भारी संख्या में दर्शक मौजूद थे।

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