
डबवाली (सुखपाल)- लंबी खंड के गांव फत्ताखेड़ा में एक पखवाड़े पूर्व हुई लाखों रुपयों की चोरी के मामले में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिए दो मजदूरों को तीन दिन बाद भी रिहा न करने के मामले ने तूल पकडऩा शुरू कर दिया है। पंजाब खेत मजदूर यूनियन इस मामले में कड़ा नोटिस लेते हुए किलियांवाली चौकी पर मजदूरों को अवैध हिरासत में रखने और उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। यूनियन के पदाधिकारियों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर शाम तक अवैध रूप से हिरासत में लिये गये मजदूरों को रिहा नहीं किया गया तो पुलिस चौकी का घेराव किया जाएगा। वहीं पुलिस ने अपने ऊपर लगाये गये सभी आरोपों का खंडन किया है।
गौरतलब है कि गांव फत्ता खेड़ा के नेहरू सिंह पुत्र हरजीत सिंह के घर पर अढ़ाई लाख रुपये के स्वर्ण आभूषण सहित दस हजार रुपये की नगदी एक पखवाड़े पूर्व अज्ञात चोर उड़ा कर ले गये थे। नेहरू सिंह के परिवार ने इस चोरी के पीछे गांव की ही पाईपों की फैक्टरी में कार्य कर रहे मजदूर काला सिंह पुत्र बाबू सिंह व जगनन्दन सिंह पुत्र जगराज सिंह पर इस चोरी में शामिल होने का शक जताया है। पुलिस ने शक के आधार पर उपरोक्त दोनों व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया हुआ है। वहीं दूसरी ओर पंजाब खेत मजदूर यूनियन मजदूरों को बेकसूर बताते हुए उनके बचाव में उतर आई है। मालवा बाईपास पर स्थित खेत मजदूर यूनियन के कार्यालय में खेत मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव गुलजार सिंह बोरिया की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें यूनियन के प्रदेश उपसचिव नानक चंद , जिला प्रधान धर्म पाल सिंह समाघ, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ऋषि पाल सिंह, मंहगा सिंह दोदा, कामरेड गुरमुख सिंह, करतार कौर, किरण बजाज, राजवीर कौर, गुरमुख सिंह बादल सहित भारी संख्या में सदस्य मौजूद थे। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के नेता नानक चंद ने बताया कि पुलिस ने यूनियन के सदस्य काला सिंह व जगनन्दन सिंह को गांव में हुई चोरी के मामले में पिछले तीन दिनों से अवैध तौर पर हिरासत में रख कर उनसे मारपीट की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जबरदस्ती उनसे उपरोक्त चोरी मनवाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पुलिस ज्यादती सहन नहीं की जाएगी। अगर आज सायं तक पुलिस ने दोनों मजदूरों को रिहा नहीं किया तो सायं के बाद पुलिस चौकी का घेराव किया जाएगा। इस मामले में सम्पर्क करने पर चौकी प्रभारी गुरमेज सिंह ने मजदूरों को अवैध हिरासत में रखने और मारपीट करने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि शक के आधार पर दोनों मजदूरों से पूछताछ की जा रही है तथा तफ्तीश के उपरान्त अगर दोनों मजदूर बेकसूर साबित होते हैं तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा।
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