चंडीगढ़,14 जुलाई- सिरसा जिले में बाढ़ से जिले के तीन दर्जन से भी अधिक गांवों की 20 हजार एकड़ में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के पास जरुरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सेना बुलाई गई है जो निरन्तर घग्घर नदी के बांध में हुए कटों को पाटने का काम कर रही है। जिला प्रशासन द्वारा जनता से घग्घर के तटबंधों पर न जाने की अपील की गई है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा मिट्टी का तेल सप्लाई किया जा रहा है। इसके साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से जिसमें डेरा सच्चा सौदा, व्यापार संगठन, गुरुद्वारा कमेटियां व अन्य के सहयोग से खाने के पैकेट व दूध आदि भी पहुंचाएं जा रहे है।
सभी गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ड्यूटी लगाई गई है, जो संबंधित गांवों में बीमार व्यक्तियों को नि:शुल्क दवाईयां दे रही है। इसके साथ-साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी प्रकार की महामारी आदि ना फैले, जिस पर विभाग के अधिकारियों द्वारा पूरा ध्यान रखा जा रहा है। पीने के पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए टैंकर आदि की व्यवस्था की गई है, जो लोगों की जरुरत अनुसार संबंधित गांवों में पानी की सप्लाई कर रहे है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुधन को भी बीमारियों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग की टीम गठित की गई हैै जो निरन्तर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जा रही है। उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। इसके साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाए लगातार प्रशासन और सेना का साथ दे रही है।
उन्होंने बताया कि जिला में तीन दर्जन से भी अधिक गांवों की लगभग 20 हजार एकड़ भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है जिनमें नेजाडेला कलां, नेजाडेला खुर्द, फरवाई कलां, फरवाई खुर्द, पनिहारी, बुर्ज कर्मगढ़, लहंगेवाला, किराड़कोट, बुढ़ाभाणा, बनसुधार, मल्लेवाला, चामल, रंगा, नागोकी, मुसाहिबवाला, झोरडनाली, केलनियां, मीरपुर, अहमदपुर, फिरोजाबाद, ढाणी सतनाम सिंह, नगराना, रानियां की भूमि शामिल है। उन्होंने बताया कि गांवों में जरुरत के मुताबिक बांध आदि बनाने के लिए जेसीबी की मशीने दी गई है। जिला में तीन दर्जन से भी अधिक जेसीबी मशीनों को इस कार्य के लिए लगाया गया है। इसके साथ-साथ मिट्टी भरने के लिए बैग दिए गए है। जिला प्रशासन द्वारा सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर तैनात किया गया है जो अपनी टीम के साथ गांव में ही तैनात है और बाढ़ बचाओ प्रबंधों की निगरानी कर रहे है। घग्घर के तटबंधों पर पुलिस की गश्त जारी है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा मिट्टी का तेल सप्लाई किया जा रहा है। इसके साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से जिसमें डेरा सच्चा सौदा, व्यापार संगठन, गुरुद्वारा कमेटियां व अन्य के सहयोग से खाने के पैकेट व दूध आदि भी पहुंचाएं जा रहे है।
सभी गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ड्यूटी लगाई गई है, जो संबंधित गांवों में बीमार व्यक्तियों को नि:शुल्क दवाईयां दे रही है। इसके साथ-साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी प्रकार की महामारी आदि ना फैले, जिस पर विभाग के अधिकारियों द्वारा पूरा ध्यान रखा जा रहा है। पीने के पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए टैंकर आदि की व्यवस्था की गई है, जो लोगों की जरुरत अनुसार संबंधित गांवों में पानी की सप्लाई कर रहे है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुधन को भी बीमारियों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग की टीम गठित की गई हैै जो निरन्तर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जा रही है। उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। इसके साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाए लगातार प्रशासन और सेना का साथ दे रही है।
उन्होंने बताया कि जिला में तीन दर्जन से भी अधिक गांवों की लगभग 20 हजार एकड़ भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है जिनमें नेजाडेला कलां, नेजाडेला खुर्द, फरवाई कलां, फरवाई खुर्द, पनिहारी, बुर्ज कर्मगढ़, लहंगेवाला, किराड़कोट, बुढ़ाभाणा, बनसुधार, मल्लेवाला, चामल, रंगा, नागोकी, मुसाहिबवाला, झोरडनाली, केलनियां, मीरपुर, अहमदपुर, फिरोजाबाद, ढाणी सतनाम सिंह, नगराना, रानियां की भूमि शामिल है। उन्होंने बताया कि गांवों में जरुरत के मुताबिक बांध आदि बनाने के लिए जेसीबी की मशीने दी गई है। जिला में तीन दर्जन से भी अधिक जेसीबी मशीनों को इस कार्य के लिए लगाया गया है। इसके साथ-साथ मिट्टी भरने के लिए बैग दिए गए है। जिला प्रशासन द्वारा सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर तैनात किया गया है जो अपनी टीम के साथ गांव में ही तैनात है और बाढ़ बचाओ प्रबंधों की निगरानी कर रहे है। घग्घर के तटबंधों पर पुलिस की गश्त जारी है।
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