500 मेगावाट के लिए ब्वायलर लाईट अप हुआ
चण्डीगढ, 8 जुलाई-रोहतक संसदीय क्षेत्र के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बिजली हब के रूप में विकसित हो रहे झाड़ली क्षेत्र में इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट से अगले ढाई माह में बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया झज्जर जिले के झाड़ली क्षेत्र में 1500 (3&500)मेगावाट इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट की 500 मेगावाट की पहली इकाई का ब्वायलर लाईट अप कर दिया गया है जो इस पावर प्रोजेक्ट की निर्माण गतिविधियों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। सांसद ने कहा इस पावर प्लांट की पहली इकाई के ब्वायलर के लाईट अप होने से इसमें बिजली उत्पादन की प्रक्रिया की तकनीकी शैली से जांच होगी तथा करीब दो से ढाई माह के अंतराल में प्लांट की पहली इकाई बिजली उत्पादन(सिंक्रोनाइजेशन)के लिए तैयार हो जाएगी।
हुड्डा ने कहा कि बिजली उत्पादन की दिशा में आत्मनिर्भर होने जा रहे हरियाणा प्रदेश में विपक्षी नेताओं के पास बिजली के नाम पर राजनीति करने का कोई अवसर नहीं बचेगा चूंकि थोड़े ही समय बाद प्रदेश बिजली के मामले में पूरी तरह से स्वावलंबी होगी। सांसद ने बताया कि अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, एनटीपीसी, एचपीजीसीएल व आईपीजीसीएल के संयुक्त तत्वावधान में झाड़ली क्षेत्र में निर्माणाधीन 1500 मेगावाट का सुपर थर्मल पावर प्लांट प्रदेश के लोगों को बिजली की किल्लत से निजात दिलाने में हरियाणा सरकार का ठोस कदम है। जिसका स्वरूप अब प्रत्यक्ष रूप से सामने आना शुरू हो गया है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट की 500 मेगावाट की पहली इकाई के ब्वायलर के लाइट अप से ब्वायलर के हीट लेने, उसमें वायु व तैलिय पदार्थों सहित बिजली उत्पादन की प्रक्रिया की जांच हो जाएगी और करीब दो से ढाई माह पश्चात से इस इकाई से बिजली का उत्पादन मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट से संबंधित उच्चअधिकारियों से विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर हुई बातचीत के बाद यह स्पष्ट है कि पावर प्लांट की 500-500 मेगावाट की दूसरी व तीसरी इकाई का निर्माण कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है और दूसरी इकाई का ब्वायलर लाईट अप अक्टूबर 2010 के पहले सप्ताह तक तथा तीसरी इकाई का ब्वायलर लाईट अप जनवरी 2011 तक कर दिया जाएगा जिसके दो-दो माह अंतराल के बीच ही इन इकाईयों से भी बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
सांसद ने कहा कि झाड़ली के इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट की 500 मेगावाट की पहली इकाई से होने वाले बिजली उत्पादन के लिए बिजली संप्रेषण का भी कार्य पूरा कर लिया गया है ताकि उत्पादन के साथ ही उत्पादित बिजली का नियमित संप्रेषण सुनिश्चित हो सके। ब्वायलर लाईट अप से पहली इकाई का तकनीकी कार्य लगभग पूरा हो गया है और साथ-साथ दोनों अन्य इकाईयों में भी तकनीकी कार्य पूरा करने के लिए निर्माण कार्य तीव्रता से चल रहा है।
सांसद ने कहा कि प्रदेश से बिजली किल्लत को दूर करने की दिशा में जिस दृष्टिकोण से मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने थर्मल पावर प्लांट स्थापित कराने का सिलसिला शुरू किया था अब उसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि पांच हजार मेगावाट बिजली उत्पादन के लक्ष्य को हरियाणा प्रदेश शीघ्र पूरा कर लेगा। सांसद ने कहा कि बिजली उत्पादन परियोजनाओं के पूर्ण होने से जहां पूरे प्रदेश में बिजली आपूर्ति में महत्वपूर्ण सुधार होगा वहीं झाड़ली व खानपुर खुर्द के बिजली प्रोजेक्ट के 20 किलोमीटर के दायरे मेें आने वाले गांवों में 24 घंटे बिजली मुहैया होगी और झज्जर जिला विश्व के मानचित्र पर बिजली हब के रूप में अपनी पहचान कायम करेगा।
चण्डीगढ, 8 जुलाई-रोहतक संसदीय क्षेत्र के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बिजली हब के रूप में विकसित हो रहे झाड़ली क्षेत्र में इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट से अगले ढाई माह में बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया झज्जर जिले के झाड़ली क्षेत्र में 1500 (3&500)मेगावाट इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट की 500 मेगावाट की पहली इकाई का ब्वायलर लाईट अप कर दिया गया है जो इस पावर प्रोजेक्ट की निर्माण गतिविधियों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। सांसद ने कहा इस पावर प्लांट की पहली इकाई के ब्वायलर के लाईट अप होने से इसमें बिजली उत्पादन की प्रक्रिया की तकनीकी शैली से जांच होगी तथा करीब दो से ढाई माह के अंतराल में प्लांट की पहली इकाई बिजली उत्पादन(सिंक्रोनाइजेशन)के लिए तैयार हो जाएगी।
हुड्डा ने कहा कि बिजली उत्पादन की दिशा में आत्मनिर्भर होने जा रहे हरियाणा प्रदेश में विपक्षी नेताओं के पास बिजली के नाम पर राजनीति करने का कोई अवसर नहीं बचेगा चूंकि थोड़े ही समय बाद प्रदेश बिजली के मामले में पूरी तरह से स्वावलंबी होगी। सांसद ने बताया कि अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, एनटीपीसी, एचपीजीसीएल व आईपीजीसीएल के संयुक्त तत्वावधान में झाड़ली क्षेत्र में निर्माणाधीन 1500 मेगावाट का सुपर थर्मल पावर प्लांट प्रदेश के लोगों को बिजली की किल्लत से निजात दिलाने में हरियाणा सरकार का ठोस कदम है। जिसका स्वरूप अब प्रत्यक्ष रूप से सामने आना शुरू हो गया है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट की 500 मेगावाट की पहली इकाई के ब्वायलर के लाइट अप से ब्वायलर के हीट लेने, उसमें वायु व तैलिय पदार्थों सहित बिजली उत्पादन की प्रक्रिया की जांच हो जाएगी और करीब दो से ढाई माह पश्चात से इस इकाई से बिजली का उत्पादन मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट से संबंधित उच्चअधिकारियों से विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर हुई बातचीत के बाद यह स्पष्ट है कि पावर प्लांट की 500-500 मेगावाट की दूसरी व तीसरी इकाई का निर्माण कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है और दूसरी इकाई का ब्वायलर लाईट अप अक्टूबर 2010 के पहले सप्ताह तक तथा तीसरी इकाई का ब्वायलर लाईट अप जनवरी 2011 तक कर दिया जाएगा जिसके दो-दो माह अंतराल के बीच ही इन इकाईयों से भी बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
सांसद ने कहा कि झाड़ली के इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट की 500 मेगावाट की पहली इकाई से होने वाले बिजली उत्पादन के लिए बिजली संप्रेषण का भी कार्य पूरा कर लिया गया है ताकि उत्पादन के साथ ही उत्पादित बिजली का नियमित संप्रेषण सुनिश्चित हो सके। ब्वायलर लाईट अप से पहली इकाई का तकनीकी कार्य लगभग पूरा हो गया है और साथ-साथ दोनों अन्य इकाईयों में भी तकनीकी कार्य पूरा करने के लिए निर्माण कार्य तीव्रता से चल रहा है।
सांसद ने कहा कि प्रदेश से बिजली किल्लत को दूर करने की दिशा में जिस दृष्टिकोण से मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने थर्मल पावर प्लांट स्थापित कराने का सिलसिला शुरू किया था अब उसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि पांच हजार मेगावाट बिजली उत्पादन के लक्ष्य को हरियाणा प्रदेश शीघ्र पूरा कर लेगा। सांसद ने कहा कि बिजली उत्पादन परियोजनाओं के पूर्ण होने से जहां पूरे प्रदेश में बिजली आपूर्ति में महत्वपूर्ण सुधार होगा वहीं झाड़ली व खानपुर खुर्द के बिजली प्रोजेक्ट के 20 किलोमीटर के दायरे मेें आने वाले गांवों में 24 घंटे बिजली मुहैया होगी और झज्जर जिला विश्व के मानचित्र पर बिजली हब के रूप में अपनी पहचान कायम करेगा।
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