
हरियाणा के चुनावी दंगल में ताल ठोकने के लिए न केवल दिग्गजों ने लंगोट कसे हुए हैं, बल्कि वह अपनी धर्मपत्नियों और पुत्रों के साथ-साथ भाइयों के लिए भी टिकट की दमदार पैरवी कर रहे हैं। पत्नी और पुत्रों के लिए टिकट मांगने वाले दिग्गजों की संख्या कांग्रेस में सबसे अधिक है। भाजपा, बसपा और हजकां में एक दर्जन दिग्गज अपने पारिवारिक सदस्यों के लिए टिकट की जंग लड़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 18 सितंबर से आरंभ होगी। इनेलो और हजकां ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस समेत बाकी दलों की सूची नामांकन प्रक्रिया के दौरान घोषित होने की उम्मीद है। प्रत्येक पार्टी में इस समय टिकट के लिए मारामारी मची हुई है। कांग्रेस समेत हर दल में दिग्गज जहां खुद के टिकट की लड़ाई लड़ रहे हैं, वहीं उनकी कोशिश अपनी पत्नियों, पुत्रों और भाइयों को टिकट दिलाने की है। कांग्रेस दिग्गज अपनी व परिवार के सदस्यों की टिकट के लिए दिल्ली दरबार में डेरा डाले हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा के रोहतक से चुनाव लड़ने की संभावना बताई जा रही है। पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की धर्मपत्नी शक्ति शर्मा अंबाला शहर और पंचकूला से टिकट की दावेदार हैं। कांग्रेस के प्रांतीय कार्यकारी प्रधान कुलदीप शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा असंध और करनाल तथा करनाल के सांसद डा. अरविंद शर्मा की पत्नी डा. रीटा शर्मा समालखा से टिकट की दावेदार हैं। हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीवी राठी की पत्नी पूनम राठी गन्नौर से कांग्रेस का टिकट चाहती हैं तो पूर्व मंत्री राजेश शर्मा की पत्नी यमुनानगर में दावेदार हैं। वह राज्य कर्मचारी चयन आयोग की सदस्य भी हैं। फरीदाबाद के कांग्रेस सांसद अवतार सिंह भड़ाना अपनी पत्नी ममता भड़ाना के लिए बड़खल अथवा फरीदाबाद एनआईटी से टिकट चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के भाई जगन्नाथ उकलाना से टिकट के दावेदार हैं तो उनके जीजा आईएएस आरके रंगा साढ़ोरा अथवा मुलाना से कांग्रेस की टिकट के इच्छुक बताए जाते हैं। राज्यसभा सदस्य ईश्वर सिंह के पुत्र शाहबाद से टिकट के दावेदार है। पूर्व सांसद आत्मा सिंह गिल की बेटी गुरदीप कौर रतिया से बसपा का टिकट चाहती हैं तो उनके पुत्र परमवीर गिल रतिया से ही कांग्रेस के टिकट के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। कांग्रेस में उपमुख्यमंत्री रहे चंद्रमोहन खुद को टिकट नहीं मिलने की स्थिति में अपनी पत्नी सीमा बिश्नोई के लिए पंचकूला से कांग्रेस की टिकट मांग रहे हैं। हजकां ने सीमा बिश्नोई को अपनी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़वाने की पेशकश की है। हांसी के विधायक अमीरचंद मक्कड़ अपने पुत्र रवींद्र मक्कड़ के लिए टिकट मांग रहे हैं। पूर्व मंत्री लक्ष्मण दास अरोड़ा को अपनी पुत्री सुनीता सेतिया अथवा दामाद राहुल सेतिया के लिए सिरसा से टिकट की उम्मीद में हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह बादशाहपुर से अपनी पुत्री के लिए टिकट हासिल करने की जुगत में लगे हुए हैं। पूर्व मंत्री संपत सिंह की साली बिमला सांगवान ने नलवा और आदमपुर से कांग्रेस की टिकट मांगी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद मुलाना खुद मुलाना से टिकट के दावेदार हैं। यहां उन्होंने अपने पुत्र वरुण मुलाना का नाम भी चला रखा है। वरुण शाहबाद में भी निगाह टिकाए बैठे हैं। बसपा के प्रांतीय प्रभारी मान सिंह मनहेड़ा की पत्नी सतबीर कौर को नीलोखेड़ी हलके में लाने की तैयारी हो रही है। पूर्व मंत्री जाकिर हुसैन के पुत्र ताहिर हुसैन फिरोजपुर झिरका से बसपा के टिकट के दावेदार हैं। पूर्व मंत्री राव महावीर सिंह के पुत्र राव नरवीर सिंह बादशाहपुर से हजकां की टिकट के दावेदार हैं। पूर्व मंत्री शेर सिंह के पुत्र रवि सिंह साढ़ोरा से बसपा का टिकट चाहते हैं। सोनीपत के कांग्रेस सांसद जितेंद्र मलिक अपने भाई हरेंद्र मलिक के लिए गन्नौर से टिकट की दावेदारी किए हुए हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रतनलाल कटारिया अपनी पत्नी बंतो कटारिया के लिए शाहाबाद से टिकट की जुगाड़ में हैं। हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा की पुत्री माधवी यमुनानगर से बसपा के टिकट की मजबूत दावेदार हैं। पूर्व सांसद स. तारा सिंह ने असंध से अपने पुत्र प्रिंस के लिए इनेलो का टिकट मांगा है। दिवंगत राज्यपाल सूरजभान के पुत्र अरुण कुमार मुलाना से भाजपा के टिकट के दावेदारों में शामिल हैं। हजकां सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई हालांकि खुद आदमपुर से चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं, मगर वह अपनी पत्नी रेणुका को नलवा से चुनाव लड़वाने के इच्छुक हैं। यदि रेणुका चुनाव नहीं लड़ी तो कुलदीप अपनी माता जसमा देवी को नलवा अथवा हिसार से चुनाव मैदान में उतार सकते हैं। कांग्रेस की दिवंगत पूर्व मंत्री करतार देवी के देवर को कलानौर से टिकट दिलाने की जुगाड़ बैठाई जा रही है।
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