
जहाज से नीचे उतरते हुए लगा कि जो लोग यह कहते हैं कि स्वर्ग आसमान से उपर कहीं है, वे शायद झूठ बोलते हैं क्योंकि हमने जहाज में बैठे हुए ऊपर से कश्मीर देखा तो महसूस हुआ कि स्वर्ग नीचे ही है, यह उद्गार यहां रॉयल स्पि्रंग गोल्फ कोर्स में भाग लेने आए 20 देशों के राजदूतों ने व्यक्त किए। जिसे देखो, वही कहता था कि इट्स अमेजिंग, वंडरफुल, हैवन ऑन द अर्थ। माहौल ही कुछ ऐसा था। गुनगुनी धूप, एक तरफ जब्रवान की पहाडि़यां और दूसरी तरफ डल झील, बीच में हरी-हरी घास से ढका रॉयल स्पि्रंग गोल्फ कोर्स। अंबैस्डर्स गोल्फ कप प्रतियोगिता में मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका,जिंबाबवे, कंबोडिया, ईरान, थाईलैंड समेत विभिन्न 20 मुल्कों के राजदूत अपने हाथ आजमा रहे थे। राज्य के पर्यटन मंत्री न्वांग रिगजिन जोरा ने कहा कि हम इन्हें यहां के हालात दिखाने लाए हैं। ये लोग जब वापस अपने देश जाएंगे तो हमारे पर्यटन राजदूत बनकर जाएंगे। हम चाहते हैं कि कश्मीर फिर से दुनिया भर के पर्यटकों की पहली पसंद बने। गोल्फ में हाथ आजमाने के बाद जिंबाबवे के राजदूत जोनाथन उपवांशे कश्मीर की खूबसूरती की तारीफ करते हुए कहा कि जहाज में बैठे जब हमने ऊपर से कश्मीर को देखा तो अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हुआ कि धरती का एक हिस्सा इतना खूबसूरत है। इस बार तो मैं यहां गोल्फ खेलने आया हूं ,लेकिन जल्द ही मेरी यहां बतौर पर्यटक बन सपरिवार आने की तमन्ना है। दक्षिण अफ्रीका के राजदूत फ्रांसिल मैलॉय ने कहा कि टूडे इज द मोस्ट मेमोरेबल एंड एंजायबेल डे ऑफ माई होल लाइफ। आय एम वैरी थैंक्सफुल टू लोकल गवर्नमेंट हू गेव में दिस आपाच्र्यूनिटी को प्ले गोल्फ हियर।
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