नई दिल्ली, एनआरआई दूल्हे की ललक में धोखाधड़ी की शिकार होने वाली म
हिलाओं की मदद के लिए सरकार उन्हें दो पासपोर्ट देने के बारे में विचार कर रही है। इसके तहत एक पासपोर्ट विदेश में अपने पति के पास जाने वाली महिला के पास रहेगा और दूसरा उसके माता-पिता के पास, जो मुसीबत में पड़ने पर अपनी बेटी को वापस देश ला सकें। महिला व बाल विकास मंत्रालय ने अपनी इस सोच को परवान चढ़ाने का जिम्मा राष्ट्रीय महिला आयोग को सौंपा है, जो विभिन्न पहलुओं पर विचार करके अपनी रिपोर्ट सरकार को देगा। सामाजिक क्षेत्र के मुद्दों पर आयोजित संपादकीय सम्मेलन में महिला व बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने महिलाओं के अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान करते हुए भावी योजनाओं का भी खुलासा किया। उन्होंने एनआरआई (प्रवासी भारतीय) दूल्हे से शादी करने वाली महिलाओं की खुशियों को बरकरार रखने के लिए कुछ बड़े कदम उठाने की घोषणा की है। तीरथ ने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें दुल्हन के विदेश जाने पर उसका पाति न सिर्फ उसे प्रताडि़त करता है बल्कि उसका पासपोर्ट भी छीनकर उसे अत्याचार सहने को विवश कर देता है। बिना पासपोर्ट के महिलाएं बेहद असहाय हो जाती है। सरकार इस समस्या से निपटने के लिए ऐसी दुल्हनों के लिए दो पासपोर्ट तैयार करने की सोच रही है। एक वे अपने दूल्हे के साथ विदेश जाते समय ले जाएंगी व दूसरा उनके माता-पिता के पास रहेगा। अगर बेटी किसी मुसीबत में फंसी तो माता-पिता दूसरे पासपोर्ट के सहारे उसे वापस ला सकते है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें