सिरसा,8 नवंबर। गांव फूलकां के प्रेमी जोड़ की हत्या के आरोप में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी घटना के डेढ़ माह बाद भी नहीं हो पाई है। एक साथ दो लोगों की मौत कोई छोटी बात नहीं है मगर हैरानी है कि जिन लोगों पर हत्या का शक व्यक्त किया गया है, पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। ऐसे में मृतक के परिजनों को न्याय मिलेगा या नहीं, यह सवाल बार-बार उठ रहा है। घटनाक्रम के अनुसार 24 सितंबर को गांव फूलकां के खेतों में ग्रामीणों ने लड़का-लड़की के शव पड़े हुए देखे थे जो सड़ी-गली हालत में थे। बाद में पता चला था कि शव फूलकां निवासी प्रेमी जोड़े माया व इंद्रपाल के थे जो 18 सितंबर से घर से गायब थे। लड़की के परिजनों ने 19 सितंबर को डिंग थाने में लड़की के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जिस दिन प्रेमी जोड़े के शव मिले थे, उस समय शुरूआत में यह मामला आत्महत्या का लग रहा था क्योंकि शवों के पास से सल्फास की गोलियों की एक शीशी मिली थी। शुरू में पुलिस भी आत्महत्या के मामले के तहत कार्रवाई कर रही थी मगर लड़की के परिजनों द्वारा हत्या की आशंका जताने के बाद पुलिस ने गांव के ही चार लोगों सुभाष, विनोद, सुशील व आत्माराम कुलडिय़ा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। उस समय पुलिस ने आरोपियों के छिपने के संभावित ठिकानों पर छापा भी मारा था मगर घटना के डेढ़ माह बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गिरफ्तारी न होने के कारण पुलिस की जांच भी अटकी हुई है क्योंकि आरोपियों से पूछताछ के बाद ही साफ हो पाएगा कि प्रेमी जोड़े की हत्या हुई थी या खुदकुशी थी। एक बार लड़की के परिजन भी एसपी से मिलकर फरियाद कर चुके हैं कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में ढील बरती रही है। इसी बीच चार में से एक आरोपी के पक्ष में गांव के लोग एसपी से मिल चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिन लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है, वे निर्दोष है। इसलिए दर्ज मुकदमा रद्द किया जाए। कुल मिलाकर यह मामला पूरी तरह से उलझा हुआ है। कुछ दिन पूर्व इस मामले की जांच डिंग पुलिस की बजाय डिटेक्टिव सैल को सौंप दी गई थी लेकिन उसके बाद भी अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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सोमवार, 8 नवंबर 2010
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