चंडीगढ़।। अमेरिका की एक जिला अदालत ने कांग्रेस पार्टी को 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में समन भेजा है। अमेरिका के एक मानवाधिकार संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसजेएफ) ने कांग्रेस पार्टी पर 1984 में हुए सिख दंगों की साजिश रचने और उन्हें भड़काने का आरोप लगाया है।
न्यू यॉर्क की जिला अदालत ने एसजेएफ की शिकायत पर कांग्रेस पार्टी को समन जारी किया है। सिख्स फॉर जस्टिस का कहना है, 'कांग्रेस पार्टी ने 1984 में सिख समुदाय के लोगों के खिलाफ साजिश रची, हमलों को बढ़ावा दिया और उनपर हमले किए।' इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और शहरी विकास मंत्री कमल नाथ के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है। अदालत ने उन्हें भी समन भेजा है। उनपर आरोप है कि उनको गुरुद्वारा रकाब गंज (नई दिल्ली) में कई लोगों ने दंगा भड़काते देखा। उस दिन वह लगभग 4 हजार लोगों की भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे और लोग उनके आदेश को फॉलो कर रहे थे।
सिख्स फॉर जस्टिस ने अपने एक बयान कहा है कि सिखों की जिस तरह से हत्या हुई उसे सिर्फ दंगों का नाम नहीं दिया जा सकता। आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने 18 राज्यों और 100 शहरों में सिखों के खिलाफ हमलों की अगुवाई की थी। अदालत ने अपने आदेश में कहा है, '21 दिन के भीतर आरोपी समन का जवाब दें।' अदालत ने यह समन न्यू यॉर्क के यूनियन स्ट्रीट स्थित इंडियन नैशनल ओवरसीज कांग्रेस के ऑफिस और कमलनाथ को भेजा है।
एसजेएफ के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नून का इस मामले में कहना है, 'ये हमले सुनयोजित ढंग से किए गए लेकिन इनकी गंभीरता को भारत सरकार ने छिपा कर रखा और लगातार इसे 1984 में सिखों के खिलाफ दंगों का नाम दिया।'
न्यू यॉर्क की जिला अदालत ने एसजेएफ की शिकायत पर कांग्रेस पार्टी को समन जारी किया है। सिख्स फॉर जस्टिस का कहना है, 'कांग्रेस पार्टी ने 1984 में सिख समुदाय के लोगों के खिलाफ साजिश रची, हमलों को बढ़ावा दिया और उनपर हमले किए।' इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और शहरी विकास मंत्री कमल नाथ के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है। अदालत ने उन्हें भी समन भेजा है। उनपर आरोप है कि उनको गुरुद्वारा रकाब गंज (नई दिल्ली) में कई लोगों ने दंगा भड़काते देखा। उस दिन वह लगभग 4 हजार लोगों की भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे और लोग उनके आदेश को फॉलो कर रहे थे।
सिख्स फॉर जस्टिस ने अपने एक बयान कहा है कि सिखों की जिस तरह से हत्या हुई उसे सिर्फ दंगों का नाम नहीं दिया जा सकता। आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने 18 राज्यों और 100 शहरों में सिखों के खिलाफ हमलों की अगुवाई की थी। अदालत ने अपने आदेश में कहा है, '21 दिन के भीतर आरोपी समन का जवाब दें।' अदालत ने यह समन न्यू यॉर्क के यूनियन स्ट्रीट स्थित इंडियन नैशनल ओवरसीज कांग्रेस के ऑफिस और कमलनाथ को भेजा है।
एसजेएफ के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नून का इस मामले में कहना है, 'ये हमले सुनयोजित ढंग से किए गए लेकिन इनकी गंभीरता को भारत सरकार ने छिपा कर रखा और लगातार इसे 1984 में सिखों के खिलाफ दंगों का नाम दिया।'
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