
पैरों में ऐंठन की समस्या हालांकि बुजुर्गो को ज्यादा होती है लेकिन इससे किसी भी उम्र का व्यक्ति प्रभावित हो सकता है। पैर की मांसपेशियों में सिकुड़न से यह स्थिति पैदा होती है। इसमें असहनीय दर्द होता है। प्रभावित व्यक्ति इतना असहाय हो जाता है कि उसे लगता है जैसे उसका अपने पैर पर से नियंत्रण खत्म हो गया है। इसके लिए शरीर में पानी की कमी, कठोर शारीरिक श्रम, अत्यधिक काम के चलते मांसपेशियों में शिथिलता, मोटापा, शरीर में तरल पदार्थो का असंतुलन और तंत्रिकाओं में असामान्यता जैसे कारण जिम्मेदार होते हैं। इसके उपचार के कई घरेलू नुस्खे हैं, जिन्हें आजमाया जा सकता है। इसके बावजूद ऐंठन ठीक न हो, तो डाक्टर से परामर्श करें कैसे करें उपचार 2 सोने से पहले गुनगुना दूध पीना फायदेमंद होता है। 2 सोते समय जितना संभव हो सके, पैरों को खींचें और आधे घंटे उसी स्थिति में रहें। खड़े रहने के दौरान पैर का अंगूठा मोड़कर आगे सरकाएं ताकि एड़ी भी आगे सरके। 2 जिनके पैरों में अक्सर ऐंठन होती है, वे पैर के अंगूठे से दीवार को इस तरह दबाएं कि पिंडलियों पर जोर पड़े। इस प्रक्रिया को 15-20 बार दोहराएं। 2 रोजाना गुनगुने पानी में एक चम्मच कैल्शियम लैक्टेट, सेब का सिरका व शहद मिलाकर पिएं। 2 सोने से पहले गुनगुना शावर लें। ऐंठन रोकने में यह काफी असरदार है। 2 रोजाना 2-3 केले खाएं। इससे शरीर में पोटैशियम का स्तर बढे़गा, जिससे ऐंठन से राहत मिलेगी। 2 जिन खाद्य पदार्थो में पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा ज्यादा हो, उनका सेवन करें। 2 जहां ऐंठन हो रही है, उस जगह पर तेल की मालिश भी फायदेमंद होगी। मालिश के बाद प्रभावित जगह को गर्म पानी में धुले तौलिए से लपेट दें।
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