सिरसा, 13 जुलाई : केन्द्र की टीम आगामी एक दो दिन में हरियाणा के अ
म्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, फतेहाबाद व सिरसा जिलों के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज सिरसा जिला के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर पत्रकारों से कही। उन्होंने आज जिला के गांव नेजाडेलाकलां में जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की। इसके साथ-साथ उन्होंने जिला के पूरे बाढग़्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वे किया, जिनमें खैरेकां, मल्लेवाला, नागोकी, मत्तड़, फरवाई, मुसाहिबवाला आदि गांव शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से नुकसान के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से एक हजार करोड़ रूपए की मांग की है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं यूपीए की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी तथा प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने हरियाणा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों व आम लोगों की सहायता के लिए पूरा आश्वासन दिया है। वे केन्द्र सरकार से निरन्तर सम्पर्क में है जिसके परिणामस्वरूप केन्द्र ने हरियाणा में बाढ़ स्थिति का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय टीम को भेजने का निर्णय लिया है। केन्द्र सरकार की टीम आगामी एक दो दिन में बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
श्री हुड्डा ने माना कि प्रदेश में बाढ़ से अम्बाला, कैथल, कुरूक्षेत्र, फतेहाबाद व सिरसा जिला में भारी नुकसान हुआ है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को आदेश दिए कि बाढग़्रस्त गांवों के लोगों को खाद्य वस्तुएं, मिट्टी के तेल आदि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए यानि पर्याप्त मात्रा में लोगों को आम जरूरत की चीजें व राशन उपलब्ध करवाए जाएंगे। पशुओं के लिए चारे आदि की व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की राज्य सरकार द्वारा हरसंभव सहायता की जाएगी। उन्होंने बाढग़्रस्त क्षेत्रों की विशेष गिरदावरी करवाने के निर्देश दिए। आंकलन करने के बाद ही नुकसान ही की सही स्थिति का जायजा हो पाएगा। विशेष गिरदावरी के बाद ही फसल के नुकसान का जायजा होगा जिसके आधार पर लोगों को विशेष मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने एक प्रशन के जवाब में कहा कि इस स्थिति में राज्य सरकार व पूरा प्रशासन लोगों के साथ है और लोग भी पूरी तरह से सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए कार्यो से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि अम्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल जिलों में विशेष गिरदावरी के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं और इस पर कार्य भी शुरू हो गया है।
ज्ञात रहे कि घग्गर नदी का कई जगह से बांध टूट जाने से सिरसा जिले की 15 हजार एकड़ से भी अधिक भूमि प्रभावित हुई है। अभी तक गांव की आबादी को बचाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ बचाव कार्य व राहत के लिए जिला में सेना को बुलाया गया है। इसके साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्थानीय ग्रामीण लोगों का सहयोग लिया जा रहा है। विभिन्न गांवों की आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए सभी गांवों में पांच-पांच हजार बैग दिए गए हैं और जिला के 17 गांवों को संवेदनशील घोषित किया गया है जिनमें नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर उन्हें तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में उनके साथ हरियाणा के गृह, उद्योग एवं खेल राज्य मंत्री श्री गोपाल कांडा, सांसद श्री अशोक तंवर, मुख्य संसदीय सचिव श्री प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा, पूर्व मंत्री रणजीत सिंह, मनीराम केहरवाला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, ओमप्रकाश केहरवाला, जिला उपायुक्त सी जी रजिनीकांथन, पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र गुप्ता सहित प्रशासन के अधिकारी एवं कांग्रेस नेता थे।

यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज सिरसा जिला के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर पत्रकारों से कही। उन्होंने आज जिला के गांव नेजाडेलाकलां में जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की। इसके साथ-साथ उन्होंने जिला के पूरे बाढग़्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वे किया, जिनमें खैरेकां, मल्लेवाला, नागोकी, मत्तड़, फरवाई, मुसाहिबवाला आदि गांव शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से नुकसान के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से एक हजार करोड़ रूपए की मांग की है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं यूपीए की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी तथा प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने हरियाणा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों व आम लोगों की सहायता के लिए पूरा आश्वासन दिया है। वे केन्द्र सरकार से निरन्तर सम्पर्क में है जिसके परिणामस्वरूप केन्द्र ने हरियाणा में बाढ़ स्थिति का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय टीम को भेजने का निर्णय लिया है। केन्द्र सरकार की टीम आगामी एक दो दिन में बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
श्री हुड्डा ने माना कि प्रदेश में बाढ़ से अम्बाला, कैथल, कुरूक्षेत्र, फतेहाबाद व सिरसा जिला में भारी नुकसान हुआ है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को आदेश दिए कि बाढग़्रस्त गांवों के लोगों को खाद्य वस्तुएं, मिट्टी के तेल आदि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए यानि पर्याप्त मात्रा में लोगों को आम जरूरत की चीजें व राशन उपलब्ध करवाए जाएंगे। पशुओं के लिए चारे आदि की व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की राज्य सरकार द्वारा हरसंभव सहायता की जाएगी। उन्होंने बाढग़्रस्त क्षेत्रों की विशेष गिरदावरी करवाने के निर्देश दिए। आंकलन करने के बाद ही नुकसान ही की सही स्थिति का जायजा हो पाएगा। विशेष गिरदावरी के बाद ही फसल के नुकसान का जायजा होगा जिसके आधार पर लोगों को विशेष मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने एक प्रशन के जवाब में कहा कि इस स्थिति में राज्य सरकार व पूरा प्रशासन लोगों के साथ है और लोग भी पूरी तरह से सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए कार्यो से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि अम्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल जिलों में विशेष गिरदावरी के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं और इस पर कार्य भी शुरू हो गया है।
ज्ञात रहे कि घग्गर नदी का कई जगह से बांध टूट जाने से सिरसा जिले की 15 हजार एकड़ से भी अधिक भूमि प्रभावित हुई है। अभी तक गांव की आबादी को बचाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ बचाव कार्य व राहत के लिए जिला में सेना को बुलाया गया है। इसके साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्थानीय ग्रामीण लोगों का सहयोग लिया जा रहा है। विभिन्न गांवों की आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए सभी गांवों में पांच-पांच हजार बैग दिए गए हैं और जिला के 17 गांवों को संवेदनशील घोषित किया गया है जिनमें नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर उन्हें तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में उनके साथ हरियाणा के गृह, उद्योग एवं खेल राज्य मंत्री श्री गोपाल कांडा, सांसद श्री अशोक तंवर, मुख्य संसदीय सचिव श्री प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा, पूर्व मंत्री रणजीत सिंह, मनीराम केहरवाला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, ओमप्रकाश केहरवाला, जिला उपायुक्त सी जी रजिनीकांथन, पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र गुप्ता सहित प्रशासन के अधिकारी एवं कांग्रेस नेता थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें