डबवाली- डबवाली के एमडीएम कार्यालय की पंजीकरण शाखा कटघरे में है। थाना शहर पुलिस में एसडीएम कार्यालय में पंजीकरण शाखा में तैनात रहे दो लिपिकों संजीव शर्मा और धर्मपाल के खिलाफ रिश्वतखोरी और दस्तावेजों में हेरफेर करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मामले जांच डबवाली के डीएसपी बाबू को सौंपी गई है।
ज्ञातव्य हो कि करीब दो माह पूर्व विजीलेंस की एक टीम नेे डीएसपी विजय कक्ड़ के नेतृत्व में अचानक एसडीएम काम्पलेक्स में स्थित ई-दिशा केंद्र में छापा मार कर वहां का रिकार्ड कब्जे में ले लिया था। टीम तहसील परिसर में एक टाइपिस्ट प्रेम कुमार से भारी दस्तावेज बरामद किये थे। जिनमें वाहनों की पंजीकरण की नई कापियां, फार्म, आर्मज़ लाइसेंस के फार्म, ड्राइविंग लाइसेंस सहित कई अन्य कागजात शामिल थे। विजीलेंस के छापे के उपरांत संजीव शर्मा और धर्मपाल का यहां से तबादला कर दिया गया था।
विजीलेंस विभाग की दो माह की जांच के बाद आई रिपोर्ट के बाद थाना शहर पुलिस ने एसडीएम कार्यालय में पंजीकरण शाखा में तैनात रहे संजीव शर्मा और धर्मपाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 471, 468 और पीसी एक्ट की धारा 49 व 7-13डी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले की पुष्टी करते हुए डबवाली डीएसपी बाबू राम ने बताया कि मामला दर्ज करने के उपरांत इसकी जांच आरंभ कर दी गई है। जांच के बाद ही आगामी कार्यवाही की जायेगी। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
ज्ञातव्य हो कि करीब दो माह पूर्व विजीलेंस की एक टीम नेे डीएसपी विजय कक्ड़ के नेतृत्व में अचानक एसडीएम काम्पलेक्स में स्थित ई-दिशा केंद्र में छापा मार कर वहां का रिकार्ड कब्जे में ले लिया था। टीम तहसील परिसर में एक टाइपिस्ट प्रेम कुमार से भारी दस्तावेज बरामद किये थे। जिनमें वाहनों की पंजीकरण की नई कापियां, फार्म, आर्मज़ लाइसेंस के फार्म, ड्राइविंग लाइसेंस सहित कई अन्य कागजात शामिल थे। विजीलेंस के छापे के उपरांत संजीव शर्मा और धर्मपाल का यहां से तबादला कर दिया गया था।
विजीलेंस विभाग की दो माह की जांच के बाद आई रिपोर्ट के बाद थाना शहर पुलिस ने एसडीएम कार्यालय में पंजीकरण शाखा में तैनात रहे संजीव शर्मा और धर्मपाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 471, 468 और पीसी एक्ट की धारा 49 व 7-13डी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले की पुष्टी करते हुए डबवाली डीएसपी बाबू राम ने बताया कि मामला दर्ज करने के उपरांत इसकी जांच आरंभ कर दी गई है। जांच के बाद ही आगामी कार्यवाही की जायेगी। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
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