
माओवादियों ने पश्चिम मेदिनीपुर जिलातंर्गत झाड़ग्राम तहसील के सांकराइल थाने और बैंक पर हमला कर राज्य सरकार के साथ युद्ध का ऐलान कर दिया है। मंगलवार अपराह्न दो बजे के करीब सुनियोजित ढंग से सांकराइल थाने और उससे चंद फर्लाग की दूरी पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की केशियापाता शाखा पर एक साथ हमला किया। थाने पर हमले के बाद तैनात जवान संभल पाते तब तक माओवादियों की फायरिंग में दो सब इंस्पेक्टर शहीद हो गये, जबकि माओवादियों ने थाना प्रभारी को कब्जे में ले लिया। थाना प्रभारी के साथ शस्त्रागार में रखे असलहों को लूट कर आराम से चले गये। वहीं बैंक से ग्यारह लाख लूट लिये। इस बीच माओवादी नेता किशन जी ने बयान जारी कर दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली है। किशनजी ने कहा है कि लालगढ़ में पुलिस अगर घुसने की कोशिश करती है तो अपहृत थानेदार अतिन्द्र नाथ दत्त को मौत के घाट उतार दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब अतिन्द्र नाथ की जिन्दगी केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम और पश्चिम बंगाल के डीजीपी भूपेंद्र सिंह के बयान पर निर्भर करता है कि वे संयुक्त सुरक्षा बलों केअभियान को तत्काल बंद करते हैं या नहीं। हम भाकपा माओवादी काफी मजबूत हो चुका है। यदि सुरक्षा बल के जवान जंगल में घुसते हैं तो उनकी खैर नहीं। यदि डीजीपी भूपेंद्र सिंह भी यहां आये तो उनका भी वही हश्र किया जायेगा जो इन पुलिसकर्मियों का किया गया है। दूसरी ओर रेलमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिमी मेदिनीपुर के सांकराइल थाने पर माओवादियों द्वारा हमले कर पुलिस अधिकारियों की हत्या और अपहरण की घटना को बिगड़ी विधि व्यवस्था बताकर मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की। बताया जाता है कि मंगलवार को अपराह्न लगभग 2 बजे सांकराइल थाने में हथियारों से लैस लगभग 20 से 30 की संख्या में 19 से 25 साल की उम्र के नकाबपोश माओवादियों ने 11 से 15 मोटर साइकिल पर सवार हो कर पहुंचें और थाने पर धावा बोल दिया। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। ये सभी माओवादी अपने चेहरे को काले कपड़ों से ढके थे। अचानक हुए इस हमले से थाने में उपस्थित पुलिसकर्मी हतप्रभ रह गये। हमलावरों ने पुलिसकर्मियों को कोई मौका दिये बिना उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इस कारण अपनी मेज पर बैठे एसआई दिवाकर भट्टाचार्य और सपन राय नक्सलियों के गोली के शिकार हो गये। इन पदाधिकारियों की मौत घटनास्थल पर हो गई। मौका पाकर थाना प्रभारी अतिन्द्र नाथ दत्त का अपहरण कर लिया। इसके बाद शस्त्रागार में रखे असलहों को लूट कर आराम से चले गए। लूटे गए असलहों में चार रिवाल्वर, एक नाइन एमएम पिस्टल और छह राइफल शामिल हैं। जाते समय नक्सली थाने से दो मोटर साइकिल भी लेते गए। दूसरी घटना में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सांकराइल थाने से चंद फर्लाग की दूरी पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की केशियापाता शाखा भी माओवादियों के निशाने पर रही। थाने में उपद्रव मचाने के बाद करीब डेढ़-दो बजे लगभग एक दर्जन माओवादी एसबीआई की केशियापाता शाखा पहुंचे। वहां दरवाजा बंद होने के कारण माओवादियों ने पहले अंदर बैठे सुरक्षाकर्मी से दरवाजा खोलने को कहा। सुरक्षाकर्मी द्वारा दरवाजा नहीं खोलने पर माओवादियों ने बाहर से ही कैशियर को लक्ष्य करते हुए फायरिंग की। हालांकि खिड़की से टकराकर गोली वापस हो गयी। इसके बाद माओवादियों ने फायरिंग कर बैंक के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगे ताले को तोड़ दिया और भीतर प्रवेश कर गये। इसके बाद गन प्वाइंट पर बैंक के वरीय शाखा प्रबंधक सहित दो अन्य कर्मचारियों को लेकर वाल्ट खोलने को कहा। माओवादियों ने वाल्ट सहित कैश काउंटर पर रखी नकदी को भी लूट लिया। बैंक अधिकारियों के मुताबिक माओवादियों ने करीब 11 लाख रुपये लूटे हैं। नक्सली हमले के बाद खड़गपुर तहसील के ज्यादातर पुलिस अधिकारी भी सांकराइल की ओर रवाना गये। खड़गपुर के एसडीपीओ वी.सोलोमन समेत तमाम थानाध्यक्ष सांकराइल के नजदीक शिविर लगाकर घटनाक्रम पर नजर रख रहे थे। एसडीपीओ ने बताया कि सांकराइल के निकट एक संदिग्ध टिफिन कैरियर मिला है। उसकी जांच के लिए बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें