
(करनाल): दादुपुर रोड़ान की महिला ममता के नवजात बच्चे की रीढ़ में हड्डी नहीं है। परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं चिकित्सक ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। ममता और उसके पति सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके दो बच्चे की मौत गर्भ में ही हो चुकी है। अगला बच्चा सही-सलामत जन्म ले, इसके लिए सुरेद्र अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर करनाल के एक निजी अस्पताल में पहुंचा। वहां डाक्टर ने बच्चा सही पैदा होने का आश्र्वासन देकर इलाज शुरू कर दिया। समय पर ममता जांच भी करवाती रही। ममता ने बच्चे को जन्म तो दिया, लेकिन उसकी रीढ़ की हड्डी ही नहीं है। यही नहीं उसकी कमर में ऐसा फोड़ा है जो दिन-प्रतिदिन बड़ा होता जा रहा है। उसने आक्रोश जताते हुए कहा कि यदि चिकित्सक ने प्रसव पूर्व की गई जांच में ही इस बात का खुलासा कर देता तो उसके बच्चे की जान पर नहीं बन आती। दंपति बच्चे के इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। उन्होंने इस मामले को अदालत में ले जाने की चेतावनी दी है। वहीं, ममता का इलाज करने वाले डा. राकेश वर्मा ने सही तरीके से इलाज करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि शायद ममता ने अन्य स्थान से दवाई ली हो, जिसके कारण यह स्थिति बन गई। उन्होंने कहा उन पर लगाया गया आरोप निराधार है। वह इस मामले में जांच के लिए भी तैयार हैं।
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