
14 नवंबर, 2009
इस्लामाबाद। तालिबानी ने शुक्रवार को शक्तिशाली पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पेशावर स्थित दफ्तर में आत्मघाती हमला कर सुरक्षाकर्मियों सहित 20 लोगों की हत्या कर दी। मृतकों में आईएसआई के सात कर्मचारी शामिल है। देश में आतंकवाद के खिलाफ मुहिम की निगरानी कर रही आईएसआई के कार्यालय और पुलिस थाने पर आत्मघाती हमले में 85 लोग घायल हो गए है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पहला आत्मघाती बम हमला सूबा सरहद के पेशावर शहर में सुबह करीब पौने सात बजे खुफिया एजेंसी आईएसआई के दफ्तर पर हुआ। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हो गए। पुलिस महानिरीक्षक मलिक नवीद ने बताया कि कार में सवार एक आत्मघाती हमलावर खुफिया एजेंसी के खबर रोड स्थित दफ्तर पहुंचने की कोशिश में था, मगर उसे सुरक्षा चौकी पर रोक लिया गया। इस पर उसने वहीं पर खुद को उ़डा दिया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज पूरे शहर में सुनी गई। घायलों को लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विस्फोट से खुफिया एजेंसी की तीन मंजिला इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। अधिकारियों ने आशंका जताई कि अंदर अभी कई लोग फंसे हो सकते हैं। पेशावर की स्थानीय सरकार के प्रमुख साहिब जादा अनीस ने बताया कि मरने वालों में ज्यादातर आम नागरिक हैं। आतंकवादियों ने आईएसआई के दफ्तर को दूसरी बार निशाना बनाया है। इससे पहले इसी साल मई माह में लाहौर स्थित आईएसआई के कार्यालय को निशाना बनाया था, जिसमें 24 लोगों की जानें गई थीं। सूबा सरहद के एक अन्य शहर बन्नू में भी एक पुलिस स्टेशन पर आत्मघाती हमला हुआ है।
यहां हमलावर ने कार थाने की इमारत से टकराकर विस्फोट कर दिया। इसमें कम से कम पांच लोग मारे गए जिसमें थाना अधिकारी भी शामिल है। गौरतलब है कि जब से पाकिस्तानी सेना ने दक्षिणी वजीरिस्तान में सैनिक कार्रवाई शुरू की है, आसपास के इलाकों में कई बम हमले हुए हैं। दो सप्ताह पहले पेशावर में एक बाजार में हुए धमाके में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
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