सिरसा12 जुलाई- हरियाणा गर्वनमैंट पी.डब्ल्यू.डी. मकैनिकल वर्करज यूनियन द्वारा आगामी 14 जुलाई को आयोजित किए जा रहे जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है। इसी सिलसिले में सोमवार को यूनियन कार्यालय में जिला इकाई की बैठक आयोजित कर टीमों का गठन किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए यूनियन के जिला उपाध्यक्ष गुरदेव सिंह रंधावा ने कहा कि कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर 7 जुलाई से 25 अगस्त तक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसी कड़ी में आगामी 14 जुलाई को सिरसा स्थित जाट धर्मशाला में डबवाली, ऐलनाबाद, चौपटा, डिंग, सिरसा, कालांवाली तथा रानियां ब्लॉक के फील्ड कर्मचारी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। इस सम्बन्ध में यूनियन के जिला कोषाध्यक्ष प्रताप सिंह गलगट ने बताया कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का ना करना, निजीकरण को बढ़ावा देना, छठे वेतन आयोग की वेतन विसंगतियां को दूर न करना आदि सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को दर्शाता है। तकनीकी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को 1200-2040 का वेतनमान देना, तीनों विभागों में दैनिक वेतनभोगी तथा अनुबन्ध आधार पर कार्यरत कर्मचारियों को पक्का किया जाए। सभी कर्मचारियों को एल.टी.सी. का भुगतान लागू करना व शिक्षा भत्ते में अनावश्यक शर्तें हटाकर 1000 रूपये करना, निजीकरण, ठेकेदारी प्रथा की समाप्ति व एल.ओ.सी. प्रथा बंद करना आदि मांगों के लिए यूनियन ने आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। बैठक में भीमसेन मेहता, प्रधान राजपाल वालिया, प्रधान सुखविन्द्र सिंह मल्ली, पृथ्वी राज छापोला, रामस्वरूप झोरड़, लालाराम, हरीराम जाजड़ा, अमरपाल, निर्मल सिंह, रामस्वरूप टाक, साहब राम सहू, लाजपत लाडवा, फूसाराम टाक, तेलुराम लुगरिया, हरीचन्द मेहता, रामकुमार बिश्नोई इत्यादि नेता उपस्थित थे।
बैठक को सम्बोधित करते हुए यूनियन के जिला उपाध्यक्ष गुरदेव सिंह रंधावा ने कहा कि कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर 7 जुलाई से 25 अगस्त तक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसी कड़ी में आगामी 14 जुलाई को सिरसा स्थित जाट धर्मशाला में डबवाली, ऐलनाबाद, चौपटा, डिंग, सिरसा, कालांवाली तथा रानियां ब्लॉक के फील्ड कर्मचारी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। इस सम्बन्ध में यूनियन के जिला कोषाध्यक्ष प्रताप सिंह गलगट ने बताया कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का ना करना, निजीकरण को बढ़ावा देना, छठे वेतन आयोग की वेतन विसंगतियां को दूर न करना आदि सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को दर्शाता है। तकनीकी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को 1200-2040 का वेतनमान देना, तीनों विभागों में दैनिक वेतनभोगी तथा अनुबन्ध आधार पर कार्यरत कर्मचारियों को पक्का किया जाए। सभी कर्मचारियों को एल.टी.सी. का भुगतान लागू करना व शिक्षा भत्ते में अनावश्यक शर्तें हटाकर 1000 रूपये करना, निजीकरण, ठेकेदारी प्रथा की समाप्ति व एल.ओ.सी. प्रथा बंद करना आदि मांगों के लिए यूनियन ने आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। बैठक में भीमसेन मेहता, प्रधान राजपाल वालिया, प्रधान सुखविन्द्र सिंह मल्ली, पृथ्वी राज छापोला, रामस्वरूप झोरड़, लालाराम, हरीराम जाजड़ा, अमरपाल, निर्मल सिंह, रामस्वरूप टाक, साहब राम सहू, लाजपत लाडवा, फूसाराम टाक, तेलुराम लुगरिया, हरीचन्द मेहता, रामकुमार बिश्नोई इत्यादि नेता उपस्थित थे।
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