सिरसा-पंजाबी सत्कार सभा ने हरियाणा में पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा दिये जाने वाली सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन को व्यावहारिक तौर पर लागू करने की मांग की है। सभा के प्रधान प्रदीप सचदेवा तथा महासचिव भूपिन्द्र पन्नीवालिया ने संयुक्त रूप से कहा कि पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा दिये जाने से सम्बन्धित हरियाणा सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन को जारी किये हुए लगभग एक साल होने को है लेकिन इसे लागू करने की प्रक्रिया की प्रगति ना के बराबर है। दोनों पंजाबी नेताओं ने कहा हरियाणा के पंजाबी भाषी लोग मुख्यमंत्री द्वारा नोटिफिकेशन जारी किये जाने के समय से ही इसे व्यावहारिक तौर पर लागू किये जाने की बाट जोह रहे हैं लेकिन अभी तक सरकारी तंत्र से लेकर शिक्षा क्षेत्र तक कहीं भी ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है जिससे यह संकेत मिले कि हरियाणा सरकार पंजाबी भाषा को वास्तव में ही दूसरी भाषा के तौर पर लागू करने के प्रति ईमानदार है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही सरकार द्वारा इस बाबत कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो सभा जन आंदोलन आरम्भ करने के बारे विचार करेगी। दोनों नेताओं ने कहा कि सभा द्वारा स्थानीय चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में अलग से पंजाबी विभाग स्थापित करने की मांग भी लम्बे समय से की जा रही है। विश्वविद्यालय द्वारा इस सम्बन्ध में राज्य सरकार को लिख देने की बात कही गई है, जिस पर भी सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने राज्य सरकार को उपरोक्त मांगें शीघ्र-अतिशीघ्र स्वीकार करके व्यावहारिक रूप देने की मांग की अन्यथा सरकार को जन आंदोलन का सामना करने के लिये तैयार रहने की चेतावनी दी।
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बुधवार, 17 नवंबर 2010
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